CBSE बोर्ड के 10वीं का पेपर रद्द होने के बाद परेंट्स बोर्ड से परीक्षा फीस वापस करने की मांग की

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देश में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह सीबीएसई ने 10वीं क्लास के एग्जाम रद्द करने का फैसला किया है। ऐसे में अब कई पेरेंट्स बोर्ड से परीक्षा फीस वापस करने की मांग कर रहे हैं। इस साल करीब 21.5 लाख छात्रों ने 10वीं क्लास का एग्जाम देने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। बोर्ड ने सब्जेक्ट्स और प्रैक्टिकल पेपर की संख्या के आधार पर एक बच्चे से 1500 रुपये से लेकर 1800 रुपये तक फीस ली थी। यह परीक्षाएं इस साल 4 मई से 16 जून के बीच आयोजित होनी थीं। टेलीग्राफ की खबर के अनुसार दिल्ली के मदनपुर खादर में स्लम में रहने वाली 65 साल की शांति राणा कपड़े सिल कर अपने चार पोते-पोतियों को पढ़ाती हैं। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पिता यानी शांति के बेटे का निधन हो चुका है। उनकी बहू उनके साथ नहीं रहते हैं। पिछले साल फरवरी में उनकी सबसे बड़ी पोती कीर्ति ने 1800 रुपये बोर्ड फीस जमा कराई थी। अब चूंकि बोर्ड परीक्षाएं रद्द हो चुकी हैं ऐसे में शांति चाहती हैं कि बोर्ड फीस की एवज में लिए गए पैसे वापस कर दे। इसी तरह कई पेरेंट्स और गार्जियन बोर्ड से पैसे वापस करने की मांग कर रहे हैं। खास वे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।

रिपोर्ट अभय प्रताप सिंह

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