Rahul Parliament Team India: मोदी सरनेम मामले में सज़ा पर रोक लगने के 137 दिन बाद पार्लियामेंट पहुंचे राहुल गांधी की उपस्थिति से टीम इंडिया जोश से लबरेज हो गई। वहीं बीजेपी इंडिया एलाइंस को घेरने में जुट गई है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर संसद सदस्यता बहाल होने पर 137 दिन बाद राहुल गांधी सोमवार को संसद भवन पहुंचे। उनके संसद पहुंचते ही लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक न्यूज वेबसाइट का मुद्दा उठाकर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहाकि मोदी सरकार को घेरने के लिए विदेशी फंडिंग हो रही है।
राहुल की संसद सदस्यता की बहाली को लेकर आज सुबह से सस्पेंस बना हुआ था। सुबह तक कांग्रेस को यकीन नहीं था कि राहुल की सांसदी आज बहाल हो जाएगी। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि अगर आज (7 अगस्त) राहुल की सदस्यता बहाल नहीं की जाती तो कांग्रेस नेता मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट जाते।
राहुल की सदस्यता बहाल करने का फैसला लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लेना था। उन्होंने इस पर देरी नहीं की। लोकसभा सचिवालय के तरफ से अधिसूचना जारी की गई। इसमें लिखा था, सुप्रीम कोर्ट ने 4 अगस्त को दिए फैसले में राहुल की सजा पर रोक लगा दी है। ऐसे में उनकी संसद सदस्यता बहाल की जाती है।
राहुल की सदस्यता बहाल होने पर कांग्रेस नेताओं के साथ टीम इंडिया के सदस्यों भरपूर जश्न मनाया। अधीर रंजन ने मल्किकार्जुन खड़गे को मिठाई खिलाई। वहीं कांग्रेस समर्थकों ने 10 जनपथ के बाहर ढोल बजाए और डांस किया।
राहुल गांधी दोपहर 12 बजे के करीब गाड़ी से संसद भवन पहुंचे। इस दौरान विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के सांसद गेट पर राहुल का स्वागत करने के लिए खड़े थे। सांसदों ने राहुल तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं, के नारे भी लगाए। राहुल ने फिर सभी को नमस्कार किया।
राहुल जब दोपहर 2 बजे दोबारा सदन पहुंचे तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया। सवाल के जवाब में उन्होंने तंज भरे लहजे में बात की।
राहुल जब दोपहर 2 बजे दोबारा सदन पहुंचे तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया। सवाल के जवाब में उन्होंने तंज भरे लहजे में बात की।
कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर जब राहुल लोकसभा पहुंचे तो मीडिया ने उनसे पूछा- आपकी सांसदी बहाल हो गई। कैसा लग रहा है। राहुल बोले- आप लोग भी खुश लग रहे हो, ये क्या हो रहा है।
लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी की। जिसमें लिखा था, सुप्रीम कोर्ट के 4 अगस्त के आदेश के मुताबिक राहुल की सजा पर रोक लगा दी गई है। जिसके चलते उनकी संसद सदस्यता बहाल की जा रही है।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होते ही कांग्रेस ने करीब 10 मिनट के अंदर दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में पार्टी ने संसद सदस्यता बहाली वाला नोटिफिकेशन शेयर करते हुए लिखा, यह नफरत के खिलाफ मोहब्बत की जीत है। वहीं दूसरे ट्वीट में अधीर रंजन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मिठाई खिलाते नजर आए। इसका वीडियो शेयर करते हुए पार्टी ने लिखा, राहुल गांधी जी की संसद सदस्यता बहाल हो गई। ये सत्य की जीत है, भारत के लोगों की जीत है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, स्पीकर ने आज फैसला लिया। हमने कानूनी प्रक्रिया का पालन किया और सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलने के तुरंत बाद हमने इसे बहाल कर दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, राहुल गांधी की सांसदी बहाल करना एक स्वागत योग्य कदम है। यह भारत के लोगों और विशेषकर वायनाड के लोगों में विश्वास दिलाता है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, जहां तक कांग्रेस नेताओं और राहुल गांधी का सवाल है तो मैं उन्हें सदस्यता बहाल होने पर बधाई देना चाहता हूं। मैं सुप्रीम कोर्ट को भी बधाई देता हूं। इस फैसले के बाद लोकतंत्र और न्यायालय पर विश्वास बढ़ा है।
राहुल गांधी की सांसदी जाने के 133 दिन बाद सुप्रीम कोर्ट ने उस फैसले पर ही रोक लगा दी, जिसकी वजह से उनकी सांसदी गई थी। मोदी सरनेम से जुड़े मानहानि केस में राहुल को निचली अदालतों ने 2 साल की सजा सुनाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘जब तक राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई पूरी नहीं होती, तब तक दोषसिद्धि पर रोक रहेगी।’ सुनवाई की नई तारीख अभी नहीं बताई है।
अधिकतम सजा के चलते एक लोकसभा सीट बिना सांसद के रह जाएगी। यह सिर्फ एक व्यक्ति के अधिकार का ही मामला नहीं है, ये उस सीट के वोटर्स के अधिकार से भी जुड़ा मसला है।
राहुल गांधी सोमवार को संसद सदस्यता बहाल होने पर 137 दिन बाद संसद भवन पहुंचे। उनके संसद पहुंचते ही लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक न्यूज वेबसाइट का मुद्दा उठाया।
दुबे ने सदन में कहा, देश में पड़ोसी देश के पैसे से PM मोदी के खिलाफ माहौल बनाया गया। न्यूज वेबसाइट में पड़ोसी देश से पैसा आया। यह देश विरोधी है।
उधर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि, ‘कांग्रेस, चीन और विवादित न्यूज वेबसाइट न्यूज क्लिक एक ही गर्भनाल से जुड़े हैं। राहुल गांधी की ‘नकली मोहब्बत की दुकान’ में पड़ोसी सामान साफ देखा जा सकता है। चीन के प्रति उनका प्रेम नजर आ रहा है। वे भारत विरोधी अभियान चला रहे हैं।’