रायबरेली : राधाकृष्ण संस्कृत महाविद्यालय राजामऊ, बछरावां की जांच शुरू हो गई। हाईकोर्ट के आदेश पर शासन से गठित जेडी की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम महाविद्यालय पहुंची। यहां पर दस्तावेजों को खंगाला। मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ भी की।
गौरतलब है कि बछरावां के इस महाविद्यालय का प्रकरण 2013 से लंबित है। हाईकोर्ट ने संपूर्णानंद महाविद्यालय और माध्यमिक संस्कृत बोर्ड द्वारा मान्यता देने पर संदेह जताया गया था। यह पता करने को कहा कि हकीकत क्या है। हाईकोर्ट ने शासन से टीम गठित कर जांच कराने के आदेश दिए थे। शासन ने संयुक्त निदेशक सुरेंद्र कुमार तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. चंद्रशेखर मालवीय और वित्त एवं लेखाधिकारी सीमा पांडेय को नामित किया। रविवार को टीम विद्यालय पहुंची। यहां पर दस्तावेजों को खंगाला। इस दौरान मौजूद कर्मचारियों से जरूरी जानकारी ली। डीआइओएस ने बताया कि जांच प्रक्रिया पूरी हो गई है। सोमवार तक रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी।
मान्यता पर उठे सवाल
विद्यालय की मान्यता पर सवाल उठाए गए हैं। अफसरों की मानें तो कोर्ट के मुताबिक विद्यालय माध्यमिक स्तर का है या फिर महाविद्यालय। हालांकि जांच की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। जल्द ही इससे पर्दा उठा जाएगा।