Sharad Pawar Fire: एनसीपी में फूट के बाद राज्यव्यापी दौरे पर निकले शरद पवार ने कहाकि- मैं आग हूँ…आग! सीनियर पवार ने कहाकि कुछ लोगों पर भरोसा कर गलती की। साथ ही डंके की चोट पर कहा- कहा- न टायर्ड हूं, न रिटायर्ड हूं, फायर हूँ।
Sharad Pawar Fire: 2 जुलाई को अजित पवार 8 विधायकों के साथ सरकार में शामिल हो गए थे। इसके बाद शरद पवार ने कहा था कि वे पूरे महाराष्ट्र में घूमकर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में लग गए हैं।
Sharad Pawar Fire: नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) में फूट के बाद शरद पवार महाराष्ट्र के दौरे पर निकले हैं। शनिवार को उन्होंने नासिक के येवला में जनसभा की। इस दौरान पवार ने कहा- मैंने कुछ लोगों पर भरोसा करके गलती की, वो गलती अब दोहराऊंगा नहीं।
Sharad Pawar Fire: नासिक निकलने से पहले पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा- वे न तो टायर्ड हैं और न ही रिटायर्ड हैं। क्या आप जानते हैं कि मोरारजी देसाई किस उम्र में प्रधानमंत्री बने? मैं प्रधानमंत्री या मंत्री नहीं बनना चाहता, सिर्फ लोगों की सेवा करना चाहता हूं।
अजित पवार ने दो दिन पहले कहा था कि साहेब की उम्र हो गई है, अब उन्हें रिटायरमेंट लेकर हमें आशीर्वाद देना चाहिए। पवार ने तब कहा था, ‘मैं पार्टी को फिर से खड़ा करके दिखाऊंगा। मैं एक बार फिर से पूरे महाराष्ट्र का दौरा करुंगा।
शरद पवार ने 6 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। पवार 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी पार्टियों की मीटिंग में भी शामिल होंगे।
NCP नेता जीतेंद्र अव्हाण का कहना है कि शरद पवार लोगों से मिलेंगे और पार्टी को फिर से खड़ा करेंगे। हम लोग साहेब के साथ खड़े हैं।
उधर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी पार्टी को मजबूत करने के लिए कल से राज्य का दौरा शुरू करेंगे।
Sharad Pawar Fire: दिल्ली में गुरुवार को NCP की कार्यकारिणी की बैठक के बाद शरद पवार ने कहा- ‘पार्टी का अध्यक्ष मैं हूं। कौन क्या कह रहा है मुझे नहीं पता। किसी और के कुछ कहने की अहमियत नहीं। उनके दावों में कोई सच्चाई नहीं है।’
पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न के मुद्दे पर NCP चुनाव आयोग से संपर्क करेगी। जब पवार से रिटायरमेंट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ’82 हो या 92, उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं पार्टी को फिर से खड़ा करुंगा।’
उधर, शनिवार को महाराष्ट्र के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने अयोग्यता के मुद्दे पर अपना जवाब देने के लिए शिवसेना के दोनों गुटों के विधायकों को नोटिस जारी किया है।
राहुल ने बताया कि शिंदे गुट के 40 और उद्धव गुट के 14 विधायकों को नोटिस जारी किया गया है। विधायकों से उनके खिलाफ दाखिल अयोग्यता की याचिकाओं पर जवाब मांगा गया है।
Sharad Pawar Fire: वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नीलम गोरे को शिवसेना ने नेता नियुक्त कर दिया। पार्टी के अध्यक्ष के बाद सबसे सीनियर नेता को यह पद दिया जाता है। उद्धव ठाकरे गुट की नेता नीलम गोरे एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गई थीं।
दिल्ली की मीटिंग में सिर्फ शरद पवार और सुप्रिया सुले के पोस्टर लगाए गए। पार्टी के यूथ विंग ने गद्दार लिखे हुए पोस्टर भी कई जगहों पर लगाए।
2 जुलाई को अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार ने कहा था, ‘ये पार्टी मैंने बनाई थी। पार्टी के कार्यकर्ताओं पर मुझे पूरा विश्वास है। मैं महाराष्ट्र में घूमकर कार्यकर्ताओं को एकजुट करुंगा। उसके बाद लोगों के बीच जाकर जनमत बनाऊंगा।
Sharad Pawar Fire: दोबारा संगठन बनाना यह मेरा काम होगा और मैं यह कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर करुंगा। पार्टी की भूमिका आगे क्या होगी, ये पार्टी के नेताओं से बात करके बताऊंगा। लोगों का समर्थन आपको है कि नहीं यह ज्यादा जरूरी है। मुझे भरोसा है कि हम लोगों के पास जाएंगे तो वो हमारे साथ आएंगे।’