रायबरेली। अगर आप भी अक्सर अपनी कार से हाइवे पर सफर करते हैं तो यह खबर आपको निराश कर सकती है। जी हां, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) हाइवे पर टोल दर (Toll Tax) बढ़ाने की तैयारी कर चुका है। आने वाली 1 अप्रैल जिले में से गुजरने वाले हाइवे पर चढ़ना महंगा हो जाएगा। सूत्रों की माने तो रायबरेली जिले में मौजूद टोल प्लाजा को पार करने के लिए 5 से 10 प्रतिशत ज्यादा टोल टैक्स देना पड़ेगा। अभी फिलहाल जिले में 4 टोल प्लाजा मौजूद है।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर Toll Tax नीति
राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों और संग्रह का निर्धारण) नियम, 2008 के अनुसार, 1 अप्रैल से प्रभाव के साथ हर साल शुल्क दरों को संशोधित किया जाना है। आवश्यकताओं के आधार पर समय -समय पर विशिष्ट टोल मुद्दों पर नीतिगत निर्णय लिए जा रहे हैं।
मंथली लोकल पास की भी बढ़ेगी चिंता
Toll Tax: टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के भीतर रहने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाने वाला मासिक पास में 10% की वृद्धि होने की उम्मीद है। नई टोल दरों के साथ, NHAI का लक्ष्य राजस्व में वृद्धि करना और सड़क उपयोगकर्ताओं को बेहतर रखरखाव और संचालन सेवाएं प्रदान करना है। हालांकि, इस कदम से नागरिकों का खर्च और अत्याधिक बढ़ जाएगा।
6 महीने मे हट जाएंगे टोल प्लाजा
सरकार हाइवे के टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर लगने वाले एवरेज टाइम को कम करने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में देश में हाइवे पर मौजूदा टोल प्लाजा को हटाने के लिए सरकार अगले 6 महीने में जीपीएस आधारित टोल कलेक्शन सिस्मट समेत अन्य टेक्नोलॉजी पेश करेगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी थी।
हाइवे पर जाम से बचने में मिलेगी मदद
Toll Tax: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य हाइवे पर वाहनों को जाम से बचाना है. उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का इस समय टोल रेवेन्यू 40,000 करोड़ रुपये है और यह दो-तीन साल में 1.40 लाख करोड़ हो जाएगा।
उन्होंने कहा, सरकार देश में हाइवे पर स्थित टोल प्लाजा (Toll Plaza) को हटाने के लिए जीपीएस आधारित टोल सिस्टम जैसी टेक्नोलॉजी लाने पर विचार कर रही है. हम छह महीने के अंदर नई टेक्नोलॉजी लेकर आएंगे।
नंबर प्लेट से टोल कलेक्शन का चल रहा काम
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय वाहनों को रोके बिना टोल कलेक्शन करने के लिए स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली (स्वचालित नंबर प्लेट रीडर कैमरा) की परीक्षण योजना पर काम कर रहा है।त्त वर्ष 2018-19 के दौरान, टोल प्लाजा पर एक वाहन के रुकने का औसत समय 8 मिनट था. 2020-21 और 2021-22 में फास्टैग (FASTags) आने के बाद प्लाजा पर वाहनों के रुकने का औसत समय घटकर 47 सेकेंड रह गया।
- अनुज मौर्य