महराजगंज रायबरेली
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस में 154 शिकायतें आयी,जिसमें से मात्र 2 शिकायतों का ही निस्तारण मौके पर हो सका। जबकि शिकायतों में सर्वाधिक मामले राजस्व से जुड़े हुए थे। डीएम माला श्रीवास्तव ने सभी शिकायतों को एक सप्ताह के अन्दर पूरी गुणवत्ता के साथ निपटाने के निर्देश दिये।
शनिवार को सम्पन्न हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीएम के आने की खबर से शिकायतकर्ताओं की लाइन लग गई। हालांकि डीएम की कार्यवाही से डरे अधिकारी व कर्मचारियों ने कई शिकायतकर्ताओं को बाहर से ही आश्वासन की घुट्टी पिला समझाबुझा कर घर भेज दिया। इस दौरान मुख्य रूप से आयी शिकायत में मांझगांव के ग्राम प्रधान शिवप्रसाद ने अपने हल्के के लेखपाल गम्भीर सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा उन्हे हटाये जाने व उनके भ्रष्टाचार की जांच कराये जाने की मांग की। अमिलहा मजरे सीवन से आयी मालती सिंह पत्नी अजय सिंह ने अपने शिकायत में बताया कि उसके मौसा मुनेष्वर सिंह ने अपनी पांच बीघे जमीन को विक्रय किया था। उसके बाद बची हुई चल अचल सम्पत्ति का वसीयतनामा प्रार्थिनी के नाम कर दिया था परन्तु राजापुर शिवगढ़ के राजकुमार सिंह पुत्र यदुनाथ सिंह व केशव बक्स सिंह ने कूटरचित एवं फर्जी नोटरी मुख्तारनामा तैयार करवा पूरी सम्पत्ति का बैनामा करा लिया जबकि प्रार्थिनी के मौसा ने अपने जीवनकाल में कोई मुख्तारनामा नही लिखा था। कुल आयी शिकायतों में राजस्व की 93, पुलिस की 23, विकास विभाग की 14 एवं अन्य 24 शिकायतें रही। जिसमें से मात्र 2 का ही मौके पर निस्तारण हो सका। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के बाद तहसील परिसर का भ्रमण किया। इस दौरान तहसील परिसर में लगे स्वास्थ्य विभाग के आयुर्वेदिक , होम्योपैथिक व एलोपैथिक स्टॉलों पर जाकर स्वास्थ्य टीम से जानकारी ली इसके बाद खतौनी कक्ष का भी जायजा लिया।
अनुज मौर्य/एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट