अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर मंडी निर्माण के साथ अयोध्या का भव्य विकास

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रिपोर्ट – बिस्मिल्ला ख़ान

अयोध्या । अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान पर मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या की भव्य विकास के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार कई योजनाएं प्रस्तावित हैं। अयोध्या के सभी प्राचीन कुंडों को उनकी पौराणिक मान्यता के अनुरूप विकसित करने का प्लान है। अयोध्या विकास प्राधिकरण और नगर निगम राम नगरी की प्राचीन सूर्य कुण्ड को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने जा रहा है।वही भगवान राम की जन्म स्थान से 15 किलोमीटर की परिधि में अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा है। इस क्षेत्र में कई पौराणिक कुंड मौजूद है। सूर्य कुंड इन पौराणिक कुंडों में से एक है जिस का विशेष महत्व है।यह कुण्ड अयोध्या में सूर्यवंश के राजाओं का स्थान होने का भी प्रतीक है। यहां भगवान सूर्य का मंदिर भी है। इस पौराणिक कुंड के महत्व को देखते हुए अयोध्या विकास प्राधिकरण और नगर निगम की ओर से 35 करोड़ की लागत से सूर्य मंदिर और कुंड के विकास की योजना बनाई गई है।अयोध्या विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ नीरज शुक्ल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत दिनों सूर्यकुंड का दौरा किया था। इसके पौराणिक महत्व को देखते हुए उन्होंने सांस्कृतिक रूप से इस स्थल को विकसित करने योजना बनाने का निर्देश दिया। इसके बाद विकास प्राधिकरण ने सूर्य कुंड को धार्मिक सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का प्लान बनाया है।प्राधिकरण ने इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली है।सूर्यकुंड की बॉण्डरी वाल में भगवान राम के जीवन चरित्र का चित्रांकन किया जाएगा। इस अवसर पर बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के झूले भी लगाए जाएंगे। साइंस पार्क विकसित किया जाएगा। वाटर थियेटर, हवनकुंड स्थापित करने के साथ वाटिका भी विकसित की जाएगी। 50 दुकानों से रोजगार दिया जाएगा। शाम को लाइट एंड साउंड शो का आयोजन होगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण पर्यटन की दृष्टि से इस तरह अयोध्या का विकास करना चाहता है कि यहां आने वाले पर्यटक कम से कम 3 दिन अयोध्या रुके और प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों का भ्रमण करें।

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