एक महीने के अंदर दोबारा गिरा खंभा, टला बड़ा हादसा
रायबरेली। गंगा एक्सप्रेस वे निर्माण मे लगे डंफरो ने रात के अंधेरे में अवैध खनन करने की होड़ मचा रखी है। इसी होड़ में जनता के साथ साथ सरकार को भी नुकसान हो रहा है। नुकसान के साथ ही हजारों लोगों को अंधेरे में रहने पर मजबूर होना पड़ रहा है। डलमऊ तहसील क्षेत्र के विनोवापुरी का है जहां गदागंज विद्युत उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति की जाती है।
सूत्रों के मुताबिक रात के अंधेरे में खनन ठेकेदारों द्वारा चैनपुर के निवासी रामसजीवन के खेत से बगैर अनुमति खनन करके हजारों डम्फर मिट्टी सड़क में डालने की योजना था, खनन ठेकेदारों ने कार्य भी शुरू करवा दिया। अवैध खनन करने की होड़ में रात तकरीबन 2 बजे के बाद अचानक से डम्फर बिजली के खम्भे में टकरा गया।
टक्कर इतनी जोर्डरा थी कि आसपास के दो अन्य खंभे भी जमीन और गिरकर चकनाचूर हो गए और ट्रांसफॉर्मर जमीन और आ गिरा गनीमत यह रही कि डम्फर ड्राइवर करंट की चपेट में नही आया क्योंकि रात को आपूर्ती चालू थी, साथ ही रात होने के कारण ओएस के ही प्राथमिक विद्यालय में भी छुट्टी थी नही तो कोई भी अनहोनी घट सकती थी।
ग्रामीणों के मुताबिक इसी जगह पर इसी माह में दोबारा खम्भा टूटने की घटना हुई है, पिछली बार एक खम्भा टूटा था मगर इस बार तीन खम्भे चकनाचूर हुए हैं तथा ट्रांसफार्मर जमीन पर आ गिरा है। आधी रात को खम्भा टूटने की घटना के बाद से विनोवापुरी गांव के सैकड़ो घरों में अंधेरा छा गया है। समाचार लिखे जाने तक आपूर्ति बहाल नही हो सकी थी।
वही इस बाबत मामले की जानकारी लेने पर अवर अभियंता गदागंज नीतीश दुबे ने बताया की जगतपुर कोतवाली में सूचना दी गयी है, मामले में कानूनी कार्यवाही की जाएगी, प्राथमिकता के आधार पर आपूर्ति बहाल कराने का प्रयास किया जा रहा है, शीघ्र ही आपूर्ति बहाल कराने का प्रयास किया जाएगा।
- विमल मौर्य