आखिर क्यों नहीं मिल रहा कार्डधारकों को फ्री में सरकारी राशन…?

42
प्रतीकात्मक तस्वीर

रिपोर्ट – दीपक “राही”

रायबरेली – जिले में कोरोना वैश्विक महामारी की चपेट में आने से काम धंधा चौपट है । संकट की इस घड़ी में सरकार द्वारा भेजे जा रहे गरीबों के मुंह का निवाला कोटेदार हजम करने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं । उल्लेखनीय है कि ईपास मशीन से वितरण की पाबंदी के बाद कोटेदार कभी नेटवर्क की समस्या तो कभी मशीन में बैटरी लो होने का हवाला देकर अपनी मनमानी पर उतारू हैं । आये दिन गरीबों में वितरण के लिए आने वाला सरकारी राशन अधिकांश कोटेदारों द्वारा चोरी से बेंच लिया जाता है । आये दिन कोटेदारों द्वारा सरकारी अनाज बेंचे जाने के मामले प्रकाश में आते रहते हैं । लेकिन अधिकतर मामले जांच के जिन्न से बाहर नही निकल पाते हैं जिस कारण इस गोरखधंधे में संलिप्त लोग बड़ी आसानी से बच निकलते हैं ।

ईपास मशीन पर अंगूठा लगवाने के बाद कोटेदार नही दे रहा राशन

राही ब्लाक के मोहगवा गांव में दर्जनों कार्ड धारकों ने एसडीएम से शिकायत की है कि कोटेदार ने उन सभी का अंगूठा ईपास मशीन पर लगवाकर राशन अगले दिन दिए जाने की बात कहकर सभी को घर भेज दिया । अगले दिन राशन लेने पहुंचे कार्डधारकों को राशन देने के बजाय आनाकानी करने लगा । जिससे नाराज दर्जनों कार्डधारकों ने कोटेदार की धांधली से त्रस्त होकर उपजिलाधिकारी सदर से मामले की शिकायत की । एसडीएम शालिनी प्रभाकर ने पूर्ति निरीक्षक सदर को मामले की जांच के निर्देश दिए ।

जांच करने पहुंचे पूर्ति निरीक्षक ने ईपास मशीन की जब्त

मोहगवा गांव में बीते शनिवार की दोपहर जांच करने पहुंचे पूर्ति निरीक्षक को परेशान ग्रामीणों ने हकीकत से रूबरू कराया । राशन वितरण में गड़बड़ी पाए जाने पर पूर्ति निरीक्षक ने ईपास मशीन सहित अन्य अभिलेख जब्त कर लिया । जिसके बाद से कोटेदार विभागीय कार्यवाही से बचने की जुगत में भरकस प्रयास कर रहा है । यह तो बानगी मात्र है दर्जनों ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों में घोर अनियमितता की जा रही है लेकिन सेटिंग गेटिंग के विभागीय खेल में ग्रामीणों की शिकायतें फेल हो जाती हैं । सरकारी राशन बेंचने वाले कोटेदार सिस्टम की लाचारी का भरपूर फायदा उठाकर मौज कर रहे हैं और बेबस लाचार जनता भूख से बिलबिला रही है ।

क्या कहते हैं जांच अधिकारी ?

मामले के बाबत जब जांच अधिकारी सदर के पूर्ति निरीक्षक आलोक से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है । मोहंगवा गांव की कुछ शिकायत थी जिस पर कोटेदार को फोन पर राशन देने को मैंने कह दिया है, फिर भी मैं मामले को देख लूंगा । अभी तक मैं किसी जांच में नही गया हूं ।

Click