उत्तर मध्य रेलवे ने चिन्हित गुड्स शेडों के सुधार को मिशन मोड में किया पूरा

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राकेश कुमार अग्रवाल

झांसी। उत्तर मध्य रेलवे ने लोडिंग और उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिये तीनों मण्डलों में गुड्स शेडों को चिन्हित कर मिशन मोड में काम करते हुए मात्र 15 दिनों के रिकॉर्ड समय में अल्पकालिक सुधार कार्यों को पूरा किया।

वर्ष 2024 तक माल लदान को दोगुना करने के उद्देश्य से बड़े सुधार कार्यों पर भी काम किया जा रहा है। तत्कालिक सुधार कार्यों के अंतर्गत लोडिंग वार्फ के मरम्मत और बेहतर सड़क संपर्क, व्यापारियों और मजदूरों के विश्रामालयों की मरम्मत, पेयजल सुविधा का प्रावधान, कवर्ड शेडों और लोडिंग / अनलोडिंग प्लेटफार्मों की मरम्मत, सामान्य साफ-सफाई में सुधार, वनस्पति और अवांछित सामग्रियों को हटाने, गुड्स शेडों एवं अन्य सर्विस बिल्डिंगों की लाइटिंग एवं अन्य विद्युत फिटिंग में सुधार कार्यों के साथ साथ उत्तर मध्य रेलवे के महत्वपूर्ण गुड्स शेडों में बेहतर रोशनी के लिए हाई मास्ट लाइटिंग एवं बेहतर दृश्यता के लिये अन्य फिटिंग सम्बंधित कार्य पूरे कर लिये गये है।

इस पहल के तहत, प्रयागराज मण्डल ने चुनार, मिर्जापुर, प्रयागराज छिवकी / नैनी, कानपुर सेंट्रल, पनकीधाम, इटावा, मैनपुरी, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद और अलीगढ़ के गुड्स शेड में सुधार किया है। झांसी मण्डल ने रायरू, दतिया और भीमसेन गुड्स शेड में सुधार कार्य किये हैं, जबकि आगरा मंडल ने कोसी कलां, मथुरा, कुबेरपुर और यमुना ब्रिज गुड्स शेड में अल्पकालीन सुधार कार्य पूरे किए हैं।

उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 17 गुड्स शेड में पूर्ण किए गए कार्यों से न केवल सर्विसेबल लोडिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से इन गुड्स शेडों में लोडिंग करने में सुविधा होगी, बल्कि व्यापारियों और मजदूरों के विश्रामालयों एवं गुड्स शेड के कार्यालयों में बेहतर सुविधाओं एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

महाप्रबंधक उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे राजीव चौधरी के अनुसार कोविड-19 के बावजूद उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 के 52.2 लाख टन माल लदान की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-2021 की समान अवधि में 29 जुलाई तक 45.1 लाख टन माल लदान कर लिया है। माल लदान आय के संदर्भ में उत्तर मध्य रेलवे ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 20-21 में दिनांक 29 जुलाई तक 484.42 करोड़ रुपये अर्जित किये है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष 19-20 की समान अवधि के 454.25 करोड़ कि तुलना में 30.17 करोड़ अधिक है। वर्तमान में कोविड -19 स्थिति से मुकाबला करते हुये उत्तर मध्य रेलवे ने न केवल पिछले वर्ष के माल लदान के आकड़ों को छूने, बल्कि अगले एक महीने के भीतर इसे पार करने की भी योजना बनाई है। बेहतर परिचालन से उत्तर मध्य रेलवे में फ्रेट ट्रेनों की औसत गति में काफी वृद्धि हुई है और जुलाई -2020 में मालगाड़ियों की औसत गति 47 किमी / घंटा तक की रही तथा वर्तमन वित्तीय वर्ष (अप्रैल से जुलाई-2020) में 43 किमी प्रति घंटे की औसत गति को बनाए रखा है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि के 23.48 किमी प्रति घंटे की औसत गति की तुलना में 80 % से अधिक है।

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