आगरा – उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार कड़ा रुख अपनाकर लागतार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कड़ी कार्यवाही कर रही है वहीं प्रदेश में कुछ ऐसे अधिकारी हैं जिनकी वजह से प्रदेश सरकार की बेदाग छवि पर सवाल जरूर उठ रहे हैं, आगरा में इलेक्ट्रिक बसों के डिपो का प्रभार देख रहे एसडीएम अभय सिंह पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगने के बाद उनको हटाने की मांग तेज हो गयी है।
इलेक्ट्रिक बसों के डिपो में एसडीएम अभय सिंह पर गम्भीर आरोप
आगरा में संचालित हो रही ई बसों के संचालन में लगाये गए परिचालक व चालको द्वारा एसडीएम अभय सिंह पर लगातार भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगाए जा रहे हैं। चालको व परिचालकों ने एसडीएम अभय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना किसी के नोटिस के ही अभय सिंह किसी न किसी चालक या परिचालक को जबरन हटा देते हैं और जब तक सुविधा शुल्क नही दिया जाता है तबतक उसको नौकरी पर बहाल नही किया जाता है, और कोई यदि उनकी बात मानने से इनकार कर देता है तो उसको नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाता है।
भाकियू (भानू) के बैनर तले जमकर विरोध
भारतीय किसान यूनियन (भानू) के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए बड़ी संख्या में एकत्रित पदाधिकारी व अन्य कार्यकर्ताओं ने भी एसडीएम अभय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम अभय सिंह बिना कारण के बगैर नोटिस के परिचालकों को हटा देते हैं और पैसा लेकर ड्यूटी देने का भी आरोप लगाया है। भाकियू के युवा प्रदेश अध्यक्ष पवन ने आरोप लगाते हुए एसडीएम द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की जांच कराकर पद से हटाने व कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
एक महीने में तीसरी हड़ताल
एसडीएम पर लगाये जा रहे भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोपों का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एसडीएम के खिलाफ एक महीने में तीसरी बार हड़ताल के लिए कर्मचारी बाध्य हुए हैं। सफाई कर्मचारियों द्वारा भी एसडीएम अभय सिंह के खिलाफ लागतार हड़ताल कर उत्पीड़न के आरोप लगाए जा रहे हैं। एसडीएम के न हटाये जाने से सरकार की क्षवि धूमिल हो रही है।
विवादों से है अभय का नाता
भाकियू के पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार अब बर्दास्त नही किया जाएगा, सूत्रों के मुताबिक एसडीएम अभय सिंह का विवादों से गहरा नाता है, इनकी पूर्व में पोस्टिंग के दौरान भी भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं मगर कार्यवाही न होने से एसडीएम लगातार अपने मनमाने तरीके से कार्य करके भ्रष्टाचार कर रहे हैं। भाकियू पदाधिकारियो ने मामले में कार्यवाही की मांग की है।