कंडक्टर को ट्रैफिक पुलिस के सिपाही से टिकट मांगना पड़ा भारी

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कानपुर-कानून का पाठ पढ़ाने वाले कि जब कानून के नियमों को तोड़कर खुद गुंडों की तरह बर्ताव करने लगेंगे तो गुंडों और उन में क्या फर्क रहेगा अब आप सोच रहे होंगे की माजरा क्या है तो हम आपको बताते हैं कि माजरा दरसल यह है कि आज दोपहर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई इलेक्ट्रिक बस संख्या 4474 जो बिठूर से जाजमऊ मार्ग से होते हुए जा रही थी तभी एक ट्रैफिक का सिपाही कल्याणपुर से गोल चौराहे के लिए बस में चढ़ता है चढ़ने के बाद जब उससे कंडक्टर द्वारा टिकट मांगा जाता है लेकिन ट्रैफिक का सिपाही टिकट लेने में आनाकानी करता है

कई बार कंडक्टर द्वारा टिकट कटवाने को लेकर सिपाही से कहे जाने पर सिपाही अपना टिकट गोल चौराहे तक के लिए कटवा लेता है लेकिन जैसे ही बस गोल चौराहा के निकट पहुंचती है और ट्रैफिक सिपाही जैसे ही बस से उतरने के लिए आगे बढ़ता है तभी अचानक सिपाही द्वारा बस में बैठे कंडक्टर नीरज कुमार को किसी गुंडे की तरह उसका कालर पकड़ कर उसे रोड की तरफ घसीटने लगता है ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस कृत्य को देखते ही कंडक्टर की मदद के लिए बस का चालक अनिल कुमार वर्मा जब उसे ट्राफिक पुलिस से छुड़ाने की कोशिश करता है तो ट्रैफिक पुलिस किसी स्टंटमैन की तरह उछलते हुए बस चालक को लात मारना चालू कर देता है लेकिन पूरा माजरा किसी के द्वारा कैमरे में कैद कर लिया जाता है और देखते ही देखते सड़क पर भीड़ लग जाती है वही बस में बैठे यात्रियों में भी दहशत फैल जाती है मदद के लिए चौराहे पर स्थित पुलिस बूथ में कंडक्टर और चालक जाते हैं लेकिन वहां पर उल्टा उन्हें ही आरोपी बना कर भगा दिया जाता है जिसके बाद बस कंडक्टर व चालक प्रार्थना पत्र स्थानीय पुलिस को देते हैं वही घटना का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने लगता है जिसके बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले को संज्ञान लेते हुए तत्काल ट्रैफिक पुलिस के सिपाही रमेश बाबू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया वही पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की टी आई से जांच की रिपोर्ट भी मांगी है वहीं घटना के बाद से अन्य बस के परिचालक और कंडक्टर में भारी रोष व्याप्त है

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