महराजगंज, रायबरेली। हर रोज सीएचसी से नए नए कारनामे निकल कर सामने आते रहते है। अब क्षेत्र के लोग भी अस्पताल पर सवाल उठाने लगे हैं। राष्ट्रीय स्वयं संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेज कर सीएचसी की बदहाल स्थिति को सुधारने की बात कही है।
बताते चले की सामुदायिक स्वस्थ केंद्र महराजगंज पिछले दिनों एक बार फिर सुर्खियों में आ गया था जब एक प्रसूता जमीन की फर्श पर तड़प रही थी और इसके बाद एक युवक द्वारा सवाल करने पर डॉक्टर पीयूष ही इस युवक पर भड़क गए थे।
इस मामले को समाचार पत्रों में प्रकाशित करने के बाद डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले को संज्ञान लेकर सीएमओ रायबरेली को निर्देश देते हुए ट्वीट किया था की जो भी जांच में दोषी पाए जाए उन पर कार्यवाही की जाए पर नतीजा जस के तस रहा।
मामला अखबार की सुर्खियां बना तो आम जनता को भी सीएचसी की बदहाली दिखने लगी। इसके पहले भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली की शिकायत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अवध प्रांत के पूर्व खण्ड कार्यवाह गंगा सागर अवस्थी समेत दर्जनों लोगों ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर सीएचसी की स्थिति में सुधार व लापरवाही करने वाले डॉक्टर पर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
आरोप लगाया है की अस्पताल भवन के अंदर बने शौचालयों में गंदगी का अंबार है। प्रसव कक्ष से शौचालय की दूरी अधिक होने से प्रसूताओं को परेशानी होती है।
पूर्व खण्ड कार्यवाह गंगा सागर ने अधीक्षक राधा कृष्णन पर आरोप लगाया है कि प्रसव के बाद प्रसूताओं के डिस्चार्ज कार्ड अपने पास जमा करा लेते और बाहर के मेडिकल स्टोर से दवा लाने को मजबूर करते हैं।
मेडिकल स्टोर से दवा लाने के बाद ही डिस्चार्ज कार्ड देते हैं। सीएचसी की छत पर रखी पानी की टंकियां खुली रहती है। जिससे मरीज व तीमारदार दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
- अशोक यादव एडवोकेट