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जनप्रतिनिधियों के वादों का घूंट पीकर रह जाते हैं खौंपुर के वाशिंदे
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सपनों की दुनिया में हम खोते गए, होश में थे फिर भी मदहोश होते गये
अयोध्या। दो विधानसभाओं को जोड़ने वाले कोदैला से खजुरहट संपर्क मार्ग का निर्माण करीब दो दशक पूर्व फैजाबाद जनपद के निवर्तमान सांसद विनय कटियार के द्वारा दिए गए निधि से कोदैला इंटर कॉलेज चौराहे से मात्र 500 मीटर तक कराकर छोड़ दिया गया था जो आज भी ऊंट के मुंह में जीरा की कहावत को चरितार्थ करता है।
जगह-जगह उखड़ा टूटा फूटा मार्ग तथा गांव का परिक्रमा मार्ग आज भी अतिक्रमण की चपेट में होने से खोखले विकास की पोल खोल रहा है तथा जनप्रतिनिधियों के वादे को कोस रहा है। उक्त खौंपुर गांव के संपर्क मार्ग आज भी राजस्व प्रशासन की उदासीनता के चलते जबरदस्त अतिक्रमण का शिकार बना हुआ जिससे आए दिन राहगीरों को कोदैला से चलकर किसानगंज होते हुए खजुरहट तक पहुंचना किसी परीक्षा देने से कम नहीं है।
बता दें कि उक्त मार्ग तथा विकास से कोसों दूर गांव खौंपुरबीकापुर विधानसभा तथा गोसाईगंज विधानसभा का सीमावर्ती क्षेत्र है जहां पर विकास की गंगा बहाने का वादा करने वाले जनप्रतिनिधियों का वादा आज तक सिर्फ वादा बनकर ही रह गया वादों का विकास इस ग्राम पंचायत शिवरामपुर के खौंपुर गांव के लिए आज भी किसी बदहाली से कम नहीं है।
विधानसभा गोसाईगंज में निवर्तमान बसपा सरकार में मुख्यमंत्री रही मायावती के शासनकाल में परिसीमन के दौरान शिवरामपुर ग्राम पंचायत का राजस्व गांव खौंपुर विधानसभा गोसाईगंज का सीमावर्ती गांव के रूप में एक अंग बनकर रह गया जो आज भी विकास से कोसों दूर है।
जिससे आज तक लोक सभा अंबेडकर नगर के सांसद महोदय तथा गोसाईगंज विधानसभा के विधायक गण के अलावा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा ग्राम पंचायत के प्रधान के द्वारा हमेशा ही उपेक्षित रहा है आज भी तमाम जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार होकर उक्त गांव के बाशिंदे जहां सड़क पानी आदि के लिए तरस रहे हैं वही इस गांव में विकास की लौ हमेशा के लिए बुझती नजर आ रही है।
यहां के बाशिंदों की दुर्दशा का सुध लेने वाला ना तो बीकापुर तहसील प्रशासन है ना जिला प्रशासन है और ना ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि यहां के जनता की समस्याओं का समाधान करने के लिए रुचि दिखाते हैं।
सिर्फ चुनाव प्रक्रिया शुरू होने तक यहां सिर्फ विकास कराने के लिए वादों का झुनझुना दिला कर मतदाताओं को रिझाने का काम संभावित प्रत्याशियों द्वारा किया जाता रहा है चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद यहां के बाशिंदे हमेशा उपेक्षा का शिकार बनकर रह जाते हैं। विकास कार्य यहां के ग्राम वासियों के लिए एक स्वप्न बनकर रह गया है।
गांव निवासी विनोद तिवारी घनश्याम तिवारी मनोज तिवारी फैजाबाद बार एसोसिएशन की अधिवक्ता बृजभूषण तिवारी अधिवक्ता चंद्रभूषण तिवारी रामकुमार यादव रामेश्वर यादव मुंशी यादव मनेराम राम यादव त्रिभुवन पाल शिवाकांत दुबे रमाशंकर दुबे राम तीरथ दुबे आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि गांव के सर्वांगीण विकास के लिए आज तक जनप्रतिनिधियों द्वारा सिर्फ वादे किए गए हैं जिसका नतीजा आज भी विकास के नाम पर सिर्फ शून्य नजर आता है।
यहां के जागरूक लोगों के द्वारा तहसील प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गांव के विकास के लिए निरंतर मांग की गई लेकिन सब कुछ ढाक के तीन पात रहा कब होगा इस गांव का विकास यहां के बाशिंदों के लिए एक मांग के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा है कौन बनेगा इस गांव के विकास का खेवनहार उन्हें को यहां के बाशिंदों की नजरें निहाल रही हैं।
- मनोज कुमार तिवारी