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पीएम मोदी से मिलकर अमावस्या मेला आयोजन पर चित्रकूट में की जाने वाली दीर्घकालिक व्यवस्थाओं पर करेंगे चर्चा
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अरविंद भाई मफतलाल, नाना जी देशमुख की सोच ने कराया चित्रकूट का विकास
संदीप रिछारिया
रामकथा मंदाकिनी चित्रकूट चित चारू, लुलसी सुभग सनेह वन श्रीरघुवीर विहारू… चित्रकूट का संबंध रामकथा से है। यहां के कण-कण में राम कथा मौजूद है। चित्रकूट की धूल को रामरज कहते हैं और मानते हैं कि अगर यह शरीर पर उड़कर पड़ती है तो सभी पाप, ताप दूर हो जाते हैं। राम कथा को विश्व भर में अपने सुमधुर कंठ से गाकर ख्याति प्राप्त कर चुके भजन सम्राट अनूप जलोटा का आगमन तो चित्रकूट में कई बार हुआ। हर बार उन्होंने चित्रकूट को बदलते स्वरूप में देखा।
अरविंद भाई मफतलाल, भारत रत्न नाना जी देशमुख के बाद अब चित्रकूट के विकास को उच्चतर सोपानों तक ले जाने के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सहायक मानते हैं। वह कहते हैं देश की सीमाएं बड़ी हैं, प्रधानमंत्री का आफिस बहुत बउ़ा है। वह हर कहीं नहीं जा सकते। लेकिन वह यहां पर आ रहे हैं, यह बड़ी बात है। अब चित्रकूट को विकसित होने में कोई रोक नही सकता। इसका विकास भी काशी, अयोध्या जैसा ही होगा। श्रभ् जलोटा ने कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री से मिलकर चित्रकूट में मूलभूत सुविधाओं के विकास की चर्चा जरूर करेंगे और यहां पर बार-बार आते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अमावस्या मेला पर चित्रकूट में आने वाले श्रद्धालुओं के बारे में वह जानते हैं। उनके आने पर यहां पर व्यवस्थाएं की जाती हैं, अगर यहां कुंभ की भांति एक बार आधारभूत ढंांचा तैयार कर दिया जाए तो वास्तव में बाहर से आने वाले लोगों को बहुत लाभ होगा। इस दौरान उन्होंने चित्रकूट के जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की भी तारीफ की।