अयोध्या। कहते हैं लगन और मेहनत वह हथियार है, जिससे समस्या रूपी जंग जीती जा सकती है। आजादी के कई दशक से विकास की बाट जोह रहे तारुन ब्लाक के शिवरामपुर ग्राम पंचायत के राजस्व गांव खौपुर के लोग कब नई इबारत लिख सकेंगे। नई इबारत लिखना यहां के वाशिंदों को संभव होना नहीं दिख रहा है।
अथक परिश्रम व प्रयासों से भी गांव में संपर्क मार्ग निर्माण न होने के कारण स्थानीय गांवो के किसानों व मजदूरों सहित ग्रामीणों में मायूसी की लहर है। यूं तो ग्राम पंचायत के राजस्व गांव समृद्धि का प्रतीक होते हैं, लेकिन तारुन ब्लाक के शिवरामपुर ग्राम पंचायत के खौंपुर गांव के लोगो के लिए संपर्क मार्ग अभिशाप बन चुके हैं।
यहाँ आवागमन के लिए संपर्क मार्ग न होने से लोगो को दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। बारिश के महीनों में तो सुचारू रूप से आवागमन सोच लेना भी जेहन को झकझोर देती है आवागमन के लिए संपर्क मार्ग ना होने के चलते विकास के राह नही खुल पा रहे है।
बारिश के दिन में मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं, आवागमन के लिए संपर्क मार्ग न होने की वजह से यहां के लोग सड़क मार्ग से जुड़ ही नहीं पा रहे हैं।
कोई भी जनप्रतिनिधि ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, विधायक, सांसद ने यहाँ के बाशिंदों का दर्द महसूस नहीं किया। क्या यहां के बाशिंदे रामपुर भगन चरावां, किसानगंज जैसी बाजारों से जुड़कर रोजगार को नया आयाम दे सकेंगे। अयोध्या जिले की दूरी भी यहां से 35 किलोमीटर है।
संपर्क मार्गो का निर्माण कार्य भी नहीं हो सका है। गांव निवासी घनश्याम तिवारी ने बताया कि आवागमन के लिए बारिश में ही नहीं अन्य महीनों में भी ग्रामीणों को संकट से जूझना पड़ रहा है।
विनोद तिवारी ने कहा कि आवागमन की दुश्वारियां ही यहां के वाशिंदों को नसीब हो सकी है जनप्रतिनिधि सिर्फ चुनाव तक ही विकास की गंगा बहाते हैं। प्रदीप सहित ग्रामीणों आवागमन के लिए खड़ंजा मार्ग के निर्माण कराये जाने की मांग की है।
- मनोज कुमार तिवारी