प्रसंग २३ मार्च २००३ का है जब प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी नानाजी देशमुख के बुलावे पर दो दिवसीय प्रवास पर चित्रकूट आए थे . मैं उस समय ईटीवी उत्तर प्रदेश चैनल में रिपोर्टर था . प्रधानमंत्री की कवरेज के लिए मैं भी चित्रकूट गया था . २४ मार्च को दूसरे दिन प्रधानमंत्री वाजपेयी का सुबह १० बजे गनीवां के कृषि विज्ञान केन्द्र में कार्यक्रम लगा था . मैं प्रधानमंत्री के वहां पहुंचने के पहले ही अपने कैमरामैन के साथ कार्यक्रम स्थल पहुंच गया था .
गनीवां के कृषि विज्ञान केन्द्र में जब वाजपेयी जी आए प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार भी हाल में जमा थे . मैं अपनी बैसाखियों के सहारे हाथ में चैनल का “लोगो” लगा गन माइक लिए खडा था ताकि प्रधानमंत्री जी की बाइट ले सकूं . प्रदर्शनी देख रहे वाजपेयी जी की नजर जब मुझ पर पडी कि एक विकलांग युवक चैनल का माइक लिए खडा है . हो सकता है उन्हें ये अटपटा लगा हो . वाजपेयी जी मेरी ओर बढे चले आए . मेरे पास आकर मुझसे पूछा कि ” क्या तुम रिपोर्टर हो ” मैंने उनसे कहा कि जी सर ” मैं ईटीवी चैनल में रिपोर्टर हूं . ” उन्होंने फिर मुझसे पूछा कि ” तुम बैसाखियाँ क्यों लिए हो ? ” अचानक वाजपेयी जी के मेरे पास चले आने से मैं ही नहीं पूरा मीडिया भौचक था . बाइट लेना तो मैं भूल ही चुका था . अब प्रधानमंत्री वाजपेयी जी मेरे से बाइट ले रहे थे . मैंने प्रधानमंत्री जी से कहा कि ” सर , मुझे बचपन में पोलियो हो गया था .” उन्होंने मुझसे फिर सवाल दागा कि ” तुम्हें बैसाखियों के कारण कोई प्राब्लम नहीं होती ? ” मैंने उनसे कहा कि सर ” जिंदगी में प्राब्लम तो सभी को फेस करना पडती हैं ” . उन्होंने मुझसे फिर सवाल किया कि ” पत्रकार ही क्यों बने ? कुछ और भी तो बन सकते थे ? ” मैंने प्रधानमंत्री जी से कहा कि ” मुझे कुर्सी पर बैठने वाला जाॅब पसंद नहीं है . पत्रकारिता में चैलेंज भी है और अपना टेलेंट दिखाने का मौका भी .” उन्होंने मुझे ” शाबास ” कहा और आगे बढ गए .
प्रधानमंत्री वाजपेयी जी लगभग दो मिनट मुझसे खडे होकर बात करते रहे , वहां पर मौजूद समूचा मीडिया, अधिकारी , आयोजक , सुरक्षा गार्ड मुझे और वाजपेयी जी को देखते रहे . वाजपेयी जी का मुझसे बात कर आगे बढने पर सभी मेरे पास आ गए . तमाम साथियों ने बधाई दी तो कई साथी रिपोर्टर यह पूछ रहे थे कि प्रधानमंत्री जी आपसे क्या पूछ रहे थे ?
आज वाजपेयी जी हमारे बीच नहीं हैं लेकिन वाजपेयी जी द्वारा मेरा ” इंटरव्यू ” लेना भला मैं कैसे भूल सकता हूं ?
भारत रत्न अटल जी को उनकी पुण्य तिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि !!! सर आप हमेशा याद आएँगे …
राकेश कुमार अग्रवाल