ट्वीट पर राशन तो मिला मगर दोषी पर कार्यवाही कब?

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सदर विधायक के संज्ञान के बाद हरकत में आया अमला

कोटेदार ने बनाया पीड़िता का प्रायोजित वीडियो

इनपुट – सूरज यादव

न्यूजडेस्क – प्रदेश में कोई भूंखा न रहने पाए इसके लिए शासन ने लखनऊ से लेकर गांव के अंतिम छोर तक अधिकारियों को देखरेख करने के निर्देश दे रखे हैं, मगर रायबरेली जिले में कुछ मनमाने कोटेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं, ऐसा ही एक मामला रायबरेली में प्रकाश में आया है जहां सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी रायबरेली के ट्विटर हैंडल के सक्रिय होने के कारण एक जरूरतमंद को राशन तो मिल गया मगर अब तक उस कोटेदार पर कार्यवाही नहीं हो सकी है, यहाँ तक कि मामले में क्षेत्रीय सदर विधायिका ने कई बार उक्त कोटेदार की शिकायत करने का दावा भी किया है।

राही ब्लाक का मामला

प्राप्त जानकारी के अनुसार रायबरेली जिले के राही विकास खण्ड में शंकर देइ पत्नी मन्नालाल राशन लेने कोटेदार जितेंद्र प्रताप के पास गई थी, मगर कोटेदार ने बहाना बताकर महिला को वापस कर दिया, महिला रोती हुई अपने घर को वापस चल दी।

युवक ने सोशल मीडिया पर डाला वीडियो

सड़क पर रोते हुए जा रही महिला से युवक ने रोने का कारण पूंछा, फिर उसके बयान को रिकार्ड करके जिलाधिकारी रायबरेली, सदर विधायक अदिति सिंह को टैग करते हुए वीडियो ट्विटर पर अपलोड कर दिया।

महिला के मुताबिक उसके पति बीमारियों के कारण काम धंधा करने में असमर्थ हैं, और उसका अंत्योदय योजना में कार्ड भी बना है, महिला के मुताबिक उसके घर मे खाने को नहीं था तो उसने पहले से ही पड़ोसियो से उधार राशन लेकर कई दिन खाना बनाया।

डीएम रायबरेली के ट्वीट पर भागा महकमा

महिला की शिकायत जब ट्विटर पर अपलोड हुआ तो डीएम रायबरेली के ट्विटर हैंडल से त्वरित कार्यवाही करने का जवाब आ गया, डीएसओ कमल नयन सिंह का महकमा सक्रिय हो गया, हमेशा की शिकायतों की तरह इसबार भी शिकायत को कैसे भी करके निस्तारित करने के लिए सबने प्रयास किया, महिला को ढूंढकर उसको राशन दिलाया गया।

हो गयी न गवाही

डीएम रायबरेली के हैंडल पर पूर्ति विभाग द्वारा राशन देने की पुष्टि कर दी गयी, मगर अब तक कोटेदार पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। कोटेदार ने राशन देने के बाद पीड़िता का एक प्रायोजित वीडियो भी बना लिया जिसमे साफ तौर पर कहा जा रहा है कि हो गयी न गवाही, इसका मतलब वीडियो इसलिए बनाया गया कि ईमानदार डीएम शुभ्रा सक्सेना का शिंकन्जा कोटेदार पर न कस जाए, डीएसओ कमल नयन सिंह लम्बे समय से जिले में तैनात होकर पूरे पूर्ति विभाग को हैंडल करने में जुटे हैं, कोटेदारों के खिलाफ होने वाली अधिकतर शिकायतो पर कोई कार्यवाही नहीं होती, डीएसओ साहब सभी फाइलों पर नजर रखकर शिकायत निस्तारित कराकर मामले को दबाने की कला में माहिर हैं।

विधायक के ट्वीट से डीएसओ की कार्यशैली पर उठे सवाल

सदर विधायक अदिति सिंह ने राशन न मिलने के मामले पर अपने हैंडल से ट्वीट करके कहा कि इस कोटेदार की उन्होंने कई बार डीएसओ से शिकायत की है, जिससे इस बात पर भी सवाल उठते हैं की क्या डीएसओ की कार्यशैली वास्तव में कोटेदारों के प्रति ज्यादा नरम व गरीबो के राशन के प्रति लापरवाही की है, अदिति सिंह ने डीएम रायबरेली के हैंडल पर ही कोटेदार पर कार्यवाही करने की मांग की है।

कोटेदार के खिलाफ हो रही शिकायते

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