रायबरेली। शासन की मंशा अनुरूप और जिलाधिकारी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी डलमऊ आसाराम वर्मा द्वारा क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व निरीक्षक के साथ पुलिस बल की मौजूदगी में तहसील क्षेत्र के सुरक्षित चारागाह की लगभग 19 बीघे से अधिक भूमि पर गांव के ही अवैध कब्जे दारो द्वारा बोई गई गेहूं की फसल को जो तू आकर कब्जा मुक्त कराई गई।
और भविष्य में अवैध कब्जा दारों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कुछ दोबारा कब्जा पाया गया तो दंडात्मक कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
डलमऊ तहसील क्षेत्र के टोंक गांव में चारागाह की सुरक्षित भूमि लगभग 19 बीघे पर गांव के ही लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा करके गेहूं की फसल उगाई गई थी।
जिस पर उत्तर प्रदेश शासन की मंशा में रूप जिलाधिकारी के निर्देश पर उपजिलाधिकारी डलमऊ आसाराम वर्मा द्वारा राजस्व टीम और पुलिस बल के साथ चारागाह की सुरक्षित भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया।
उपजिलाधिकारी डलमऊ आसाराम वर्मा ने बताया कि गांव के लगभग आधा दर्जन ग्रामीणों द्वारा सुरक्षित धूम पर गेहूं की फसल बोकर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था, जिस पर क्षेत्रीय लेखपाल की जांच रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को राजस्व टीम और पुलिस बल के साथ चरागाह की भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को कब्जा मुक्त कराई गई।
और कब्जे दारो को चेतावनी देते हुए बताया गया कि यदि भविष्य में सुरक्षित भूमि पर कब्जा पाया गया तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कराई जाएगी इस मौके पर शिवम सिंह सतीश कुमार हनुमान सिंह आदि के साथ पुलिस बल मौजूद रहे।
- विमल मौर्य