महराजगंज, रायबरेली। सरकारी काम करवा रहे दलित ग्राम प्रधान के साथ दबंग ने गाली गलौज करते हुए मारपीट की। मामले को लेकर ग्राम प्रधान थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। एक जनप्रतिनिधि का न्याय के लिए दर दर भटकना पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है। क्षेत्र के लोगों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर तरह तरह की चर्चाएं चल रही है।
कोतवाली क्षेत्र के जतुवा टप्पे विझवन के ग्राम प्रधान तेज बहादुर ने पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि बीते मंगलवार को ग्राम सभा में नाला खुदवाने को लेकर उसने गांव के ही सफर कुरैशी को जेसीबी लाने को कहा। सफर कुरैसी द्वारा बिना ग्राम प्रधान के ही नाला खोदना शुरु कर दिया गया जिससे नाला जगह जगह से टूट गया।
मौके पर पहुंचे प्रधान ने जब उसे खुदाई करने से रोका तो उसके द्वारा गाली गलौज करते हुए मारपीट की गई। ग्राम प्रधान का आरोप है कि मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से करने पहुंचे कोतवाल श्याम कुमार पाल ने दबंग के प्रभाव में आकर उसे फर्जी बलात्कार के मुकदमे में फंसा देने की धमकी दे भगा दिया। पुलिस की इस कार्यशैली की चर्चा तेज हो गई है।
लोगों का कहना है कि जब एक जनप्रतिनिधि को न्याय नही मिल पा रहा तो आम नागरिक का क्या होगा। यही नहीं लोगो में यह भी चर्चा है कि दलित होने के कारण अधिकारियों द्वारा एक जनप्रतिनिधि के साथ बदसलूकी की जा रही है।
- अशोक यादव एडवोकेट