धान की रोपाई में अन्नदाता मशगूल

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दो दिनों से हो रही बारिश के बाद तीन महीने से खाली बैठे किसान धान की रोपाई करने में जुट गए

रिपोर्ट – मोजीम खान

मोहनगंज (अमेठी) -क्षेत्र के किसान इस समय खेतो की जुताई बुआई में लग गये हैं ।कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने पिछले तीन माह से पूरे देश में लाकडाउन लागू किया हुआ है उस समय लाकडाउन के चलते गेहूं की तैयार फसल की कटाई को लेकर किसानों को चिंता होने लगी थी लेकिन सरकार ने किसानों की चिंताओं को समझते हुए उपयुक्त समय पर कटाई मडाई में छूट दे दी थी। छूट मिलते ही किसानों ने जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कटाई मडाई में जुट गये थे और फसल की कटाई मडाई कर गेहूं सुरक्षित कर लिया था ।अब किसान खरीफ की फसल की तैयारी में जुट गये हैं मौसम के करवट बदलते ही जैसे ही बूदा बांदी और बारिश हुई तो किसानों के चेहरे खिल उठे और उन्हे व्यस्त रहने के लिए काम मिल गया ।कोई अपने खेतों में ट्रैक्टर से जुताई करना चालू करवा दिया तो कोई धान के पौधों की सिचाई मे मशगूल है जिन लोगो के पास निजी सिंचाई के साधन है उन किसानों के खेतों में धान की रोपाई भी शुरू हो गई है खेतों में धान के पौधों को रोपण करती और टोलियां बनाकर गीत गाती महिलाओ के चेहरे पर भी खुशी के भाव दिख रहे हैं ।

क्षेत्रीय किसान मेराज अहमद, शब्बीर अहमद, कैलास यादव, कल्लू आदि ने बताया कि पिछली फसल की पैदावार कम रही वही शुरुआती दौर में फसल तो अच्छी थी पर पैदावार कम हुई । कोरोना वायरस के खौफ से जहाँ जन जीवन अस्त व्यस्त है वहीं दूसरी ओर किसान लाकडाउन का पालन करते हुए घरों में रहकर समय व्यतीत कर रहे थे किसानों की जीविका का साधन खेती है किसान अपनी कठिन परिश्रम से ही विभिन्न प्रकार की फसलों को उगाने का काम करता है और उसी को विक्रय कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है । वहीं कुछ क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल के समय हुई ओलावृषटि और आंधी व तूफानी बरसात से इस बार फसल की पैदावार कम हुई है जिसकी भरपाई के लिए खरीफ की फसल की तैयारी सही समय पर शुरू कर दिया है लोगों का ऐसा मानना है कि इससे फसल की पैदावार बढ़ेगी।

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