लालगंज, रायबरेली। कस्बे के बेहटा चैराहा स्थित हाजी सूफी बाबा अब्दुल सत्तार हेल्थ केयर सेंटर में होम्योपैथी के जनक डा0 हनीमैन की जयंती धूमधाम से केक काटकर मनाई गई। हेल्थ केयर सेंटर के चिकित्सक डा0 सलीम ने बताया कि 10 अप्रैल को होम्योपैथी विधा को खोजने वाले डा0 सैमुएल हनीमैन की जयंती मनाई जाती है।
इस चिकित्सा पद्वति के आने के बाद से चिकित्सा जगत में आमूलचूल परिवर्तन हुए है। असाध्य रोगो के इलाज के लिये जहां बिना आपरेशन के मरीजो का ठीक होना नामुमकिन होता है वहा इस पद्वति ने लाखों मरीजो को जीवनदान दिया है। चिकित्सा जगत में क्रांतिकारी परिर्वतन लाने वाले डा0 हनीमैन की 268वीं जयंती मनाई जा रही है।
पूरे विश्व में उन्हे मानने वाले इसी दिन उनकी जयंती पर उनके योगदान को याद करते हुए जन्मदिवस मनाते है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष राहुल भदौरिया ने कहा कि जहां अन्य पद्वतियों के इलाज में बेस्वाद दवाईयों को खाना पडता था वही इस पद्वति में ऐसा कुछ भी नही है। इसीलिये इस पद्वति को मीठी गोली का इलाज भी कहा जाता है।
श्री भदौरिया ने कहा कि डा0 सलीम जिस प्रकार मरीजो का इस पद्वति से इलाज कर रहे है उनकी रिसर्च को देश ही नही विदेशो में भी सराहा जा रहा है। यह केवल बैसवारा क्षेत्र के लिये ही नही बल्कि देश के लिये भी गर्व की बात है।
इस मौके पर सभी ने केक काटकर एक दूसरे को बधाई देते हुए होम्योपैथी के जन्मदाता का बर्थडे मनाया गया। इस अवसर पर सत्तार बाबा, युवा उपाध्यक्ष राहुल गुप्ता, उपाध्यक्ष फैजल, संतोष वर्मा आदि मौजूद रहे।
- संदीप कुमार फिजा