पत्रकार की हत्या में पुलिसिया कार्रवाई पर मीडियाकर्मी खफा, आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

10

रिपोर्ट – सुधीर त्रिवेदी, वरिष्ठ संवाददाता

बांदा:–प्रतापगढ़ में शराब माफिया के खिलाफ खबर दिखाने की कीमत चैनल के पत्रकार शुलभ श्रीवास्तव को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। वहीं पुलिस शराब माफिया से मिलीभगत करते हुए मामले को हादसे का रूप देने का प्रयास कर रही है। पुलिस की लचर कार्यशैली को लेकर जिले के पत्रकारों में भी आक्रोश पनप रहा है और पत्रकारों की सुरक्षा का सवाल खड़ा हो रहा है। पत्रकारों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मामले की जांच कराने, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने, मृतक के परिजनों को एक कराेड़ रुपए मुआवजा देने और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की है।

शुक्रवार को यूपी जर्नलिस्ट एसाेसिएशन के जिलाध्यक्ष सीपी तिवारी की अगुवाई में पत्रकारों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह से मुलाकात कर पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से पत्रकारों ने कहा है कि सूबे में आए दिन घट रहीं घटनाओं को लेकर पत्रकारों में असुरक्षा का भाव पनप रहा है। ऐसे में सूबे की सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा के ठोस उपाय करने चाहिए और पत्रकारों को प्राथमिकता के आधार पर शस्त्र लाइसेंस उपलब्ध कराए जाने चाहिए। ज्ञापन में प्रतापगढ़ के पत्रकार के हत्यारों पर कठोर कार्रवाई करने, मृतक आिश्रत को एक करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने, पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया गया है। प्रतिनिधिमंडल में श्रमजीवी यूनियन के जिलाध्यक्ष अशोक निगम, उपजा महामंत्री मनोज गुप्ता, सचिव शिवकुमार राजपूत बड़कू, सुधीर त्रिवेदी बसंत गुप्ता, देवेंद्र निगम, राकेश गुप्ता, संजय मिश्रा आिद पत्रकार शामिल रहे।

Click