महराजगंज, रायबरेली। महराजगंज विकास क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे टीचर की नौकरी हासिल कर ली।
शिक्षा विभाग के द्वारा जब आरोपी के खिलाफ जांच हुई तो बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाए जाने की पुष्टि हुई। जिसपर बी एस ए द्वारा शिक्षक को बर्खास्त कर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कोतवाली पुलिस को तहरीर दिलाकर आरोपी के विरुद्ध जालसाजी धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कराया है।
विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय खेरवा में तैनात शिक्षक फतेहपुर जनपद के बड़ा गांव,अहरिया निवासी नरेंद्र कुमार पुत्र राम पाल द्वारा फर्जी दस्तावेज लगाकर सरकारी नौकरी पाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक करीब दो दशक से अधिक समय से फर्जी दस्तावेज लगाकर शिक्षक की नौकरी कर रहा था।
बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा आरोपी शिक्षक के खिलाफ जांच हुई, तो युवक फर्जी अध्यापक निकला। जांच में फर्जी पाए गए शिक्षक को एक माह पूर्व ही बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने बरखास्त कर दिया। वहीं गुरुवार को महराजगंज खंड शिक्षा अधिकारी को फर्जी शिक्षक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए।
बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी राममिलन यादव ने गुरुवार को फर्जी शिक्षक नरेंद्र कुमार के खिलाफ कोतवाली पुलिस को नामजद तहरीर देकर जालसाजी, धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की जानकारी होते ही आरोपी शिक्षक फरार हो गया है।
मामले में बीएसए शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षक को बरखास्त करते हुए मुक़दमा दर्ज कराया गया है और शिक्षक से रिकवरी कराने की कार्यवाही कराई जा रही है।
- अशोक यादव एडवोकेट