भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगड़ी जी की 104वी जयंती जिला सहकारी बैंक अयोध्या के सभागार मे मनाई गई | इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक कुमार सिंह रोहित और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सलिल अग्रवाल (स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संयोजक),भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख जयप्रकाश सिंह एवं स्वदेशी जागरण मंच के संगठन मंत्री सुनील पारचा जी शामिल हुए। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक कुमार सिंह रोहित, विभाग प्रमुख जयप्रकाश सिंह, स्वदेशी जागरण मंच के संगठन मंत्री सुनील पारचा, जिला अध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ अमरीश सिंह तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला सेवा प्रमुख श्री पुष्कर तिवारी ने पुष्पार्चन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इसके बाद गोष्ठी का आयोजन किया गया।
भारतीय मजदूर संघ विभाग प्रमुख जयप्रकाश सिंह ने कहा कि दत्तोपन्त ठेंगड़ी का जन्म 10 नवम्बर 1920 को ग्राम आर्वी जिला वर्धा महाराष्ट्र में हुआ था। वे बाल्यकाल से ही स्वतन्त्रता संग्राम में सक्रिय रहे। 1935 में वे वानरसेना के आर्वी तालुका के अध्यक्ष थे। ठेंगड़ी का सम्पर्क संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार से हुआ तो संघ के विचार उनके मन में गहराई से बैठ गए और एमए तथा कानून की शिक्षा पूर्णकर 1941 में प्रचारक बन गए। ठेंगड़ी ने संघ के द्वितीय सर संघचालक के कहने पर मजदूर क्षेत्र में कार्य प्रारम्भ किया। उन्होंने भारतीय मजदूर संघ नामक अराजनीतिक संगठन शुरू किया, जो आज देश का सबसे बड़ा मजदूर संगठन है।
उन्होंने मजदूर संघ के साथ- साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, स्वदेशी जागरण मंच, भारतीय किसान संघ,सामाजिक समरसता मंच आदि की स्थापना में भी उनकी प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने कहा कि 26 जून 1975 को देश में आपातकाल लगने पर ठेंगड़ी जी ने भूमिगत रहकर लोक संघर्ष समिति के सचिव के नाते तानाशाही विरोधी आन्दोलन को संचालित किया। जनता पार्टी की सरकार बनने पर भी ठेंगड़ी ने मजदूर क्षेत्र में काम करना ही पसन्द किया। मजदूर संघ का काम बढ़ने पर लोग प्राय: उनकी जय के नारे लगा देते थे। इस पर उन्होंने यह नियम बनवाया कि कार्यक्रमों में केवल भारत माता और भारतीय मजदूर संघ की ही जय बोली जाएगी।
मुख्य अतिथि आलोक कुमार सिंह रोहित ने कहा कहा कि दत्तोपंत के भाषण,लेख और संस्मरण के चलते वह हमेशा एक मार्गदर्शक के रूप में सदैव हमारे बीच मे है। दत्तोपंत ठेंगड़ी ने 1955 में भारतीय मजदूर संघ की स्थापना की तो भारतीय किसान संघ, स्वदेशी जागरण मंच और कई संगठनों की स्थापना का श्रेय भी ठेगड़ी जी को जाता है। राज्यसभा में उनके दिए गए भाषण उनकी लिखी गई पुस्तकें वह सदैव हमारा मार्गदर्शन करती है। स्वदेशी जागरण मंच के संगठन मंत्री सुनील उपाध्याय ने कहा कि” ॠषि,तपस्वी,राष्ट्र ॠषि यह शब्द श्रद्धेय दंत्तोपंत ठेंगड़ी जी के लिए कम हैं “ उन्होंने कहा कि ठेंगड़ी की सोच किसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने से नहीं बल्कि व्यवहारिक जीवन की यूनिवर्सिटी में पढ़ने से आएगी।
भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष अमरीश सिंह ने कहा ने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी के विचारों में स्पष्टता थी। ठेंगड़ी को ऋषि तुल्य और देव तुल्य बताते हुए भैया जी जोशी ने कहा ठेंगड़ी का चिंतन और दर्शन कार्यकर्ताओं के लिए सदैव प्रेरणादायी है। उनका मानना था कि संगठन मज़दूरों के हित में काम करेगा लेकिन मजदूर भी राष्ट्र हित में काम करेंगे। बंद और हड़ताल का वह बहुत ज्यादा समर्थन नहीं करते थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को राष्ट्र हित में एक परिवार के रूप में काम करने के विचार को प्रतिपादित किया। मंच का संचालन भारतीय मजदूर संघ संगठन मंत्री राम प्रकाश ने किया और कार्यक्रम के समापन भाषण में अयोध्या जिला के अध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं और कार्यक्रम में शामिल होने वाले अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह जिला शाह मंत्री जे एन पांडे, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी
भारतीय मजदूर संघ एवं स्वदेशी जागरण मंच ने धूमधाम से मनाई राष्ट्रयोगी दत्तोपंत ठेंगड़ी की जयंती
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