सरकारी जलखाता और चकरोड पर अवैध क़ब्ज़ा की शिकायत से भड़का भूमाफिया रिटायर्ड दरोग़ा का बेटा अपने गुर्गे संग किया शिकायतकर्ता पर जानलेवा हमलाः
जांच का विषय
वाराणसी:राजातालाब , सरकारी जमीन के अवैध क़ब्ज़ा अतिक्रमण मुक्त कराने की लड़ाई लड़ रहे गांव के सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता दिव्यांग पर रिटायर्ड दरोग़ा और उसके गुर्गो ने किया जानलेवा हमला, शिकायत करने पर जान से मारने की दी धमकी।
गांव की सरकारी जमीन पर भूमाफिया रिटायर्ड दरोग़ा का बेटा और उसके चहेतो का है कब्जा।
डीएम, एसडीएम, तहसीलदार सहित राजस्व विभाग के अधिकारियो से शिकायत करने पर भी वर्षो तक कोई कार्यवाही नही होते देख सीएम और पीएम पोर्टल पर की गई शिकायत।
उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करता राजस्व विभाग, सरकारी जमीन मुक्त कराने में नही दिखा रहा कोई रूचि।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देश में सावर्जनिक संपत्तियों पर हुए अवैध कब्जे और अतिक्रमण को हटाने के लिए सरकार का बुल्डोजर चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा सार्वजनिक भूमि, तालाब, पोखर, पार्क समेत अन्य संपत्तियों पर से अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा ऐसे सभी सार्वजनिक भूमि, पार्क, तालाब, पोखर आदि को चिह्नित किया जा रहा है जिनपर भूमाफिया या किसी व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण किया गया है। इसके बाद अभियान चलाकर ऐसी सभी सरकारी संपत्ति को अतिक्रमण से मुक्त कराया जा रहा है।
लेकिन दुर्भाग्यवश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के राजातालाब तहसील के कचनार गांव में मुख्यमंत्री के आदेश का खुला उल्लंघन हो रहा है। यहां पर सरकारी जलखाता गड़ही और चकरोड पर गाँव के रिटायर्ड दरोग़ा का बेटा और उसके गुर्गे द्वारा अवैध कब्जा का खेल वर्षो से चला आ रहा है। प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही ना होते देख गांव के एक जिम्मेदार व्यक्ति ने अवैध अतिक्रमण को खाली कराने के लिए प्रशासन के समक्ष गुहार लगाई। पर प्रशासन ने भी इस गंभीर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। सुनवाई होते ना देख व्यक्ति ने सीएम और पीएम पोर्टल सहित एंटी भूमाफ़िया पोर्टल का रूख किया। उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद भी संबंधित अधिकारियो एवं कर्मचारियों ने अवैध अतिक्रमण की जमीन को खाली कराने में कोई रूचि नही दिखाई गई। इसका दुष्परिणाम यह हुआ कि भूमाफियाओं ने प्रशासन का सहयोग पाकर जनहित में आवाज उठा रहे व्यक्ति पर ही जानलेवा हमला कर दिया। और उसपर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वाराणसी जिले के कचनार गांव के सरकारी जमीन पर रिटायर्ड दरोग़ा के बेटे उमेश कुमार सोनकर एवं इसके गुर्गों आदि के द्वारा अवैध अतिक्रमण करते हुए जलखाता गड़ही और चकरोड पर जबरदस्ती पक्का मकान व निजी वाहन का पार्किंग बना कर कब्जा किया गया है। इस संबंध में गांव के ही राजकुमार गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों से शिकायत कर अतिक्रमण की जमीन को खाली कराने की अपील की गई थी। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी। तदोपरांत राजकुमार ने एंटी भूमाफ़िया, सीएम, पीएम पोर्टल पर शिकायत किया, जिसमें उच्चाधिकारियों द्वारा मौक़े पर पैमाइस करते हुए अवैध क़ब्ज़ा अतिक्रमण हटाने का आदेश निर्गत किया। इसके बावजूद भी संबंधित राजस्व अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही होते देख राजकुमार ने पुनः शिकायत किया। जिसमें अवैध अतिक्रमण हटाकर पूर्ववत स्थिति कायम व बहाल करने का आदेश पारित किया।
गांव में उच्चतम और उच्च न्यायालय औऱ मुख्यमंत्री के आदेशों का खुला उल्लंघन हो रहा है। रिटायर्ड दरोग़ा का बेटा उपरोक्त गाँव की गडही, चकरोड सहित अन्य सार्वजनिक भूमि पर भी स्वयं तथा अपने चहेतों द्वारा लगातार कब्जा कर गांव सभा के लोगों को सार्वजनिक उपयोग, उपभोग करने में व्यवधान पैदा कर रहा है। इस संबंध में राजकुमार द्वारा वाराणसी जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी राजातालाब, सहित संबंधित पुलिस अधिकारियों को भी शिकायती प्रार्थना पत्र प्रेषित कर अवगत कराया जा चुका है। लेकिन कोई भी कार्यवाही न होता देख भूमाफ़िया व उनके चहेतों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। जिससे जनहित की अराजियातों पर आएदिन कब्जा किया जा रहा है।
अवैध अतिक्रमण की जमीन को मुक्त कराने की लड़ाई लड़ रहे राजकुमार एवं उनके परिजनों के ऊपर भूमाफिया और उसके गुर्गों ने 10 मई को घर में घुसकर जानलेवा हमला कर भद्दी भद्दी गालिया दी। भूमाफ़िया ने धमकी देते हुए कहा कि आगे से अगर वह गांवसमाजी जमीन के मामले में कोई भी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की तुम्हारी हत्या कर लाश के टुकड़े टुकड़े कर गायब कर देंगे और किसी को कानो कान खबर भी नही होगा की कहां गायब हो गये। इसकी शिकायत राजकुमार ने थानाध्यक्ष राजातालाब से की है लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। क्षुब्ध होकर एसीपी से शिकायत किया है एसीपी ने थानाध्यक्ष राजातालाब को जाँच कर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि जिस अतिक्रमण को हटाने का कार्य प्रशासन को करना चाहिए उसकी लड़ाई एक आम आदमी को लड़नी पड़ रही है। बार-बार शिकायत के बाद भी संबंधित विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही किये जाने से आम जन में धारणा बन रही है कि विभागिय अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मोटी रकम लेकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा होगा ? जिले के डीएम माननीय उच्चतम और उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन कराने में असमर्थ क्यों हैं क्या उनपर कोई राजनैतिक दबाव है? या फिर मुख्यमंत्री के अतिक्रमण हटाओ मुहिम को हल्के में लेकर उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है लोग इसका कारण जानना चाहते हैं।
रिपोर्ट – राजकुमार गुप्ता
भूमाफियाओं पर क्यों है मेहरबान राजातालाब प्रशासन
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