महराजगंज, रायबरेली। मरीजों व तीमारदारों के साथ बदसलूकी करने की घटना तूल पकड़ने के बाद भी जिम्मेदारों पर कार्यवाही न हुई तो अब मरीजों के साथ खिलवाड़ करना महराजगंज सीएचसी में आम हो गया है।
बुधवार को एक बार फिर प्रसूता के प्रसव के मामले में चिकित्सकों द्वारा लापरवाही के चलते परिजन भड़क गये। परिजनों ने का आरोप है कि प्रसूता को चार घण्टे बाद जब वह सीरियस हो गयी तो उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
बुधवार को सलेथू निवासी आरती पत्नी पंकज प्रसव पीड़ा होने पर सुबह अस्पताल पहुंच गये। जहां पर उपस्थित नर्स स्वाती ने उन्हे भर्ती कर लिया और बताया कि कुछ देर में ही डिलवरी हो जायेगी। प्रसूता के भाई राजू ने बताया कि इस दौरान प्रसूता को कई प्रकार की दवाएं व इंजेक्शन लगाया गया आखिर में जब प्रसूता गम्भीर हो गयी तो उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। यही नही मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत करने की बात कही है। मालूम हो कि जब कुछ दिन पूर्व प्रसूता के साथ लापरवाही व अभद्रता का मामला आया जिसे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने संज्ञान में लेकर लापरवाही करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देष भी दिये। परन्तु चिकित्सकों व अधिकारियों की सांठ गांठ के चलते पूरे मामले को दबा दिया गया।
ऐसे में चिकित्सक और कर्मचारियों का लापरवाह होना लाजमी है। प्रदेश सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के संकल्प को ऐसे ही कर्मचारी पलीता लगा रहे हैं। क्षेत्र के लोगो ने भी अस्पताल के चिकित्सकों की लापरवाही व मनमानी पर अंकुश लगाने के साथ लापरवाह चिकित्सकों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है।
- अशोक यादव एडवोकेट