कुलपहाड़ ( महोबा ) आजादी के पहले से अमेरिकन मिशनरी द्वारा संचालित किए जा रहे मिशन कंपाउंड में 50 वर्ष से काम कर रहे एक वृद्ध कर्मचारी को कैम्पस से बेदखल किए जाने से दो जवान बेटियों समेत पूरा परिवार सड़क पर आ गया है।कोतवाली पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में कर्मचारी इमानुएल बैरो ने बताया है कि मैनेजर के द्वारा उसका व उसकी पुत्रियों का शारीरिक और मानसिक रूप से शोषण किया जा रहा है। मैनेजर के द्वारा उसे मिशन कम्पाउन्ड से बेघर करने का आरोप लगाते हुए पीडित कर्मचारी ने धर्मपरिवर्तन जैसे संगीन आरोप लगाते हुए न्याय न मिलने पर मुख्यमन्त्री आवास लखनऊ पर आत्मदाह की दी चेतावनी है।मामला कुलपहाड़ क्रिश्चियन स्कूल के मिशन कम्पाउन्ड का है जहां के वृद्ध कर्मचारी बैरो ने मैनेजर के ऊपर संगीन आरोप लगाते हुए कोतवाली मे तहरीर दी कि पीड़ित इमानुअल बैरो मिशन कंपाउंड कुलपहाड़ का निवासी है मिशन में वह 50 साल से अधिक समय से सेवायें दे रहा है। मिशन की प्रबंधिका मिस मोसियर जिनका देहांत कुछ वर्षों पहले हो गया है उन्होंने मुझे मेरी पत्नी को इस मिशन कंपाउंड में पाला था और उन्होंने ही मुझे इस मिशन कंपाउंड में नौकरी देते हुए कहा था कि आप लोग आजीवन मिशन कंपाउंड में रहोगे। इस सुविधा के अलावा कर्मचारियों को छोटा सा वेतन दिया जाता है। मेरी सैलरी इतनी कम है कि मेरे घर का राशन पानी मुश्किल से पूरा हो पाता था और हमारा गुजारा बड़ा मुश्किल से चल रहा है जब हमारी मिशन से बाहर सेवा नौकरी करने की उम्र थी तो हमें मिशन से बाहर जाने नहीं दिया गया और आज की तारीख में मुझे ₹ 6000 सैलरी मिलती है जिससे मैं अपने परिवार का भरण-पोषण करता हूं सैलरी कम होने के कारण बैंक में भी पैसे नहीं जोड़ पाया। इस समय आज मेरे पास मिशन से बाहर घर बनवाने के लिए कोई पैसा नहीं है और मैं कहां रहूंगा मैंने हमेशा बिजली का पूरा बिल चुकाया है आज जब दोनों बूढ़े हो चुके हैं तो उन लोगों को मैनेजर एन के बर्धन बाहर निकलने के लिए कह रहा है। इस कंगाली में अपने बच्चों को लेकर कहां जाऊं मेरे पास कोई घर नहीं है। एन के वर्धन मैनेजर की उसकी बच्चियों पर गलत नजर थी और वह दबाव बनाते हुए उससे कहता था कि उसके रूम में अपनी लड़कियों को भिजवाओगे तो मैं तुमको इस मिशन कम्पाउन्ड से नहीं निकालूँगा और न ही नौकरी से। मैंने जब ये सब करने से मना किया तो उसने मेरी लड़कियों से कहा कि जाओ बाहर के लड़कों को फसाओ ईसाई बनाओ मैं तुम्हें पैसा दूंगा। धर्म परिवर्तन करवाओ जब हम लोगों ने यह सब करने से मना कर दिया तो हम लोगों को नोटिस पकड़ा कर बोल दिया गया कि जाओ घर खाली कर दो। इस कोविड 19 कोरोना काल में प्रधानमंत्री गाइडलाइन के अनुसार कोई भी घर मालिक किराएदार को 21 मार्च 2021 तक घर से नहीं निकाल सकता है मैनेजर ने प्रधानमंत्री गाइडलाइन की भी परवाह नहीं की ।
उसने कहा कि उसकी बेटियों जहां भी नौकरियां करने जाती हैं वहां मैनेजर एन के बर्धन और जोली हरबर्ट तथा मिशन के लोग नौकरियां नहीं करने देते जिससे वह नौकरी छोड़ आती हैं हमारा पूरा परिवार मैनेजर एन के बर्धन की धमकी से परेशान होकर और पुलिस की मदद मिलने से परेशान होकर मुख्यमंत्री आवास लखनऊ अपने परिवार के छह सदस्यों के साथ आत्मदाह करने को मजबूर हूं मेरे पास कोई दूसरा उपाय नहीं बचा है मेरे बुढ़ापे में इस कोरोना काल में कहां जाऊं और मैनेजर द्वारा मैं बहुत परेशान हो चुका हूं न्याय नहीं मिला तो मैं आत्म दाह के लिए मजबूर हो जाऊंगा ।