यथा नाम ततो गुणः साकार कर रहा ग्रामोदय

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  • ग्रामोदय यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कालर प्रत्यक्ष सेवाकार्य में जुटे ।
  • कुलपति प्रो गौतम ने ऑनलाइन क्लासेस का औचक निरीक्षण किया।
  • मैनेजमेन्ट डीन ने आरोग्य सेतु ऐप डाऊनलोड करने हेतु अपील की ।

चित्रकूट महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम के मार्गदर्शन और प्रेरणा से विश्वविद्यालय के शोधकर्ता कोरोना वायरस की आपदा से जूझ रहे वनांचल चित्रकूट छेत्र में रहने वाली बेजुबान गाय और बंदरों आदि के सामने उत्पन्न खाने के संकट को दूर करने का एक बड़ा कदम भूगोल विषय पर शोध कार्य कर रहे अश्विनी अवस्थी ने समाज, सरकार और प्रशासन के प्रतिनिधियों के साथ जुड़कर उठाया है। इस सकारात्मक प्रयास से चित्रकूट के आराध्य श्री कामदनाथ परिक्रमा औऱ आसपास की वनाच्छादित पहाड़ियों में प्रवासी बंदरों और गायों को प्रत्येक दिन अलग अलग सामग्री खिलाई जा रही है। सामाजिक सहयोग से चल रही इस व्यवस्था में पूड़ी, चना, मिठाई, खीरा, मूंगफली, सब्जियां आदि वितरण किया जा रहा है। कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम के शोधकर्ता अश्विनी अवस्थी की सामाजिक संगठन शक्ति की सराहना की है।उल्लेखनीय है कि जिला कलेक्टर चित्रकूट शेष मणि पांडेय के श्री अवस्थी को सामाजिक कार्य के लिए व्यवहारिक अनुभव भी प्रदान करते रहते है। ग्रामोदय यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों की ऑनलाइन क्लासेस का औचक निरीक्षण ऑनलाइन क्लासरूम का सहभागी बनकर कियाप्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता प्रो अमरजीत सिंह ने प्रबंधन विषयों से अध्ययन पूर्ण कर चुके यू जी, पी जी एवं पी एच डी पाठ्यक्रम के पूर्व छात्रों को समय समय पर उन्हें आवश्यक जानकारी देने और सतत संपर्क हेतु संचालित सोशल मीडिया व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए कोरोना वायरस संकट से बचाव के लिए पूर्व छात्र -छात्राओं से सरकार द्वारा निर्धारित आरोग्य सेतु डाऊनलोड कर उपयोग में लाने की सलाह दी।उन्होंने आवाहन किया है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को आरोग्य सेतु ऐप डाऊनलोड करने के लिए प्रेरित भी करें। इसी क्रम में अधिष्ठाता प्रो अमरजीत सिंह के नेतृत्व में प्रबंधन संकाय के शिक्षको की ऑनलाइन बैठक हुई,जिसमें प्रश्न बैंक तैयार करने और ऑनलाइन क्लासेस में अनवरत सहभागिता का निर्णय लिया गया। विज्ञान के प्राध्यापक प्रो आर सी त्रिपाठी ने शोध प्रक्रिया पर प्रकाश डाला।हिंदी की विभागाध्यक्ष डॉ कुसुम सिंह ने ज़ूम मीटिंग ऐप के माध्यम से नैतिक मूल्य और हिंदी भाषा की ऑनलाइन क्लासेस ली।कुलपति प्रो गौतम ने क्लास का ऑनलाइन निरीक्षण किया। अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आंजनेय पांडेय ने तकनीकी और कौशल शिक्षा के अभिनव प्रयोग की विशेषता औऱ महत्व पर प्रकाश डाला।।मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ नीलम चौरे ने योग चिकित्सा विषय पर प्रदत्तकार्य दिये। व्यावसायिक कला के विभागाध्यक्ष डॉ प्रसन्न पाटकर ने डिज़िटल वर्क और डॉ राकेश कुमार ने पोरट्रेट स्टडी व क्रिएटिंग पेंटिंग्स तथा डॉ अभय कुमार वर्मा ने हैपेर्रेअलिस्टिक डाइंग और डॉ जय शंकर मिश्रा ने पॉटरी सेरामिक कला की क्लासेस ली। सेंट्रल लाइब्रेरी के चीफ प्रो रघुबंश प्रसाद बाजपेयी ने नेशनल लाइब्रेरी में उपलब्ध ई मैटीरियल की जानकारी देते हुए ई लिंक बताया। कृषि प्राध्यापक प्रो जे के गुप्ता ने व्यक्तित्व विकास के आयामों को बताया। समाजकार्य के प्राध्यापक डॉ वी यस सिंह ने सामाजिक परिवर्तन और विकास प्रश्नपत्र के प्रदत्तकार्य जारी किये।संस्कृत भाषा के प्राध्यापक डॉ कमलेश कुमार थापक ने आंतरिक परीक्षा ली। हिंदी भाषा के प्राध्यापक डॉ ललित कुमार सिंह में हिन्दी साहित्य में कथाओं के महत्व को बताया। कृषि के प्राध्यापक प्रो के के सिंह ने कृषि प्रसार में तकनीकी परिवर्तन की क्लासेस ली। दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास केंद्र के प्राचार्य राजेश कुमार सिन्हा ने ऑनलाइन क्लासेस की समय सारणी घोषित की। अंग्रेजी के प्राध्यापक डॉ सिद्धार्थ शर्मा ने अंग्रेजी साहित्य की क्लासेस ली।लाकडाउन के 16 वे दिन नई बाजार धर्मशाला में चल रही सीता रसोई से लगभग 1000 लोगो को भोजन वितरित करने के साथ ही व्यापार मंडल के राम बाबू गुप्ता, अशोक केसरी आदि लोगो ने पत्रकारों को मास्क,सेनेटाइजर व ग्लब्स बाटे।

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