विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष: हमें भोजन चाहिए, तम्बाकू नहीं

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अयोध्या। नारायण कैंसर सेवा संस्थान के प्रबंधक नन्द कुमार गुप्ता ने कहा विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2023 का थीम।
हमे भोजन चाहिए, तम्बाकू नहीं” के साथ मनाया जा रहा है। जिसका मतलब है तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध होना।

तंबाकू या इसके उत्पादों के उपभोग पर रोक लगाना या इस्तेमाल को कम करने के लिए लोगों को जागरुक बनाना है। साथ ही इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के कारण स्वास्थ्य पर होने वाले खतरे और साइड इफेक्ट को लेकर जागरुक करना और उन्हें इस चीज के इस्तेमाल से दूर करना है।

विश्व भर में हर वर्ष करीब 70 लाख मौते तंबाकू के सेवन के कारण होती हैं। सर्वप्रथम 1987 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया था। आज भी यह दिवस प्रतिवर्ष तंबाकू की महामारी पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जा रहा है।

WHO की रिपोर्ट के अनुसार प्रति वर्ष करीब 8 मिलियन लोग इसके कहर से मर रहे हैं। इसके अत्यधिक सेवन से मुंह और फेफड़ों का कैंसर होने के चांसेस कई गुना बढ़ जाते हैं। इनमें फेफड़े के कैंसर से लेकर अस्थमा और हृदय से जुड़ी बीमारियां तक शामिल हैं।

हम सभी इस बात से अवगत हैं कि आज की युवा पीढ़ी कितनी तेजी से तंबाकू निर्मित पदार्थों का सेवन करने में आगे बढ़ रही है।

स्मोकिंग करना, हुक्का, कच्ची तंबाकू का सेवन, पान मसाला आदि पदार्थ का सेवन उनके स्टैण्डर्ड या यूँ कहें कि उनके सोसाइटी स्टेटस में शामिल हो रहा है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।

तंबाकू से उत्पन्न होने वाली इन बीमारियों के बारे में जानते हुए भी जो लोग तंबाकू या फिर उससे बनने वाले पान मसाले और सिगरेट का सेवन कर रहे हैं, उन्हें तंबाकू का सेवन करना छोड़ देना चाहिए।

यह ना केवल उनके स्वास्थ्य के लिए बल्कि उनके आस-पास रहने वाले लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा।आप देख सकते है कि इसके सेवन से न केवल हम अपने आपको कठिनाई में डालते है बल्कि अपने परिवार को भी हम कठिनाई में डालने का कार्य करते है।

इस समस्या से जल्द से जल्द हमें उबरना चाहिए इसके लिए हमें प्रण लेना होगा यदि हम इसका उपभोग करते हैं तो धीरे धीरे इसका सेवन हमें कम करना होगा, और फिर इसका सेवन पूर्ण रूप से समाप्त करना होगा।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत तंबाकू का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। अत: हम सभी को सरकार द्वारा चलाये जा रहे जागरूक कार्यक्रमों में खुद बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए और लोगो को भी अपनी ओर से जागरूक करने का कार्य करना होगा तभी हम तंबाकू मुक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे।

  • मनोज कुमार तिवारी
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