- सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा विद्यार्थियों को संविधान से परिचित कराने का अभियान
- लगभग 50 विद्यालयों में आयोजित की जा चुकी है संविधान आधारित परीक्षा, अब तक 140000 बच्चे हो चुके हैं शामिल
- विद्यार्थियों को मौलिक अधिकार के साथ ही मौलिक कर्तव्यों को समझाना भी ज़रूरी : डॉ. इंदु पाण्डेय
वाराणसी। भारतीय संविधान को लागू हुए चौहत्तर वां वर्ष चल रहा है। इस अवसर पर बच्चों को संविधान की प्रमुख विशेषताओं से परिचित कराने के उद्देश्य से सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट ने एक सघन अभियान चलाया है।
संस्था द्वारा नवीं से बारहवीं तक के विद्यालयों में विद्यार्थियों को संविधान से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों, मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य से परिचित कराने के लिए सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के तहत विगत संविधान दिवस 26 नवम्बर 2022 से शुभारम्भ करते हुए अब तक वाराणसी और आसपास के जिलों के लगभग 50 माध्यमिक विद्यालयों में उक्त परीक्षा का आयोजन किया जा चुका है, जिसमे लगभग 14 हजार से अधिक बच्चे शामिल हो चुके हैं उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले लगभग 700 बच्चों को संस्था द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं उपहार प्रदान किया गया है।
शनिवार शहर के दो प्रतिष्ठित विद्यालयों सनातन धर्म इंटर कॉलेज एवं आर्य महिला इंटर कॉलेज में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे लगभग 800 बच्चों ने भाग लिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ इंदु पाण्डेय ने बताया कि यदि किशोरावस्था में ही संविधान से मूल तत्वों, अधिकारों के साथ साथ हम मौलिक कर्तव्यों से भी विद्यार्थियों को परिचित कराएं तो निश्चित रूप से वे एक जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक बन सकेंगे।
हमारी कोशिश है कि इस प्रक्रिया में हम अधिकतम विद्यालयों तक पहुंचे और बच्चों को रुचिकर ढंग से संविधान की विशेषताओं से परिचित कराएं।
सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के आयोजन में मुख्य रूप से विशाल, विनय सिंह, रैनी सिंह, अदिति, अर्पित, निकिता, काव्या आदि का प्रमुख योगदान रहा। डॉ योगिता, डॉ आशुतोष पाण्डेय, डॉ सुनीता सहित अन्य शिक्षकों ने प्रतियोगिता आयोजन में सहयोग प्रदान किया।
- राजकुमार गुप्ता