रिपोर्ट- Sandeep kunwar fiza
लालगंज-रायबरेली कांग्रेस के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर कमल सिंह चौहान ने कहा कि आज पूरे भारतवर्ष के किसानों ने भारत बंद का आवाहन किया जिस प्रक्रिया में कांग्रेस पार्टी भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिला कर उनकी इस मुहिम में साथ है । आज प्रदेश भर में हर जिले में कांग्रेस कमेटी की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जाना था किंतु सरकार की तानाशाही रवैये की वजह से प्रदेश भर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया जो बहुत ही निंदनीय कृत्य है सरकार अपनी सत्ता की ताकत का दुरुपयोग कर रही है यह सरेआम लोकतंत्र की हत्या है । सरकार के खिलाफ जो भी आवाज उठाने की कोशिश करता है उसकी आवाज को दबाने का काम भाजपा सरकार कर रही है ठीक ऐसा ही अंग्रेजों के शासन में भी होता रहा है ,सरकार सिर्फ चंद उधोग पतियों के लिए कार्य करती नजर आ रही है,उन्हें देश की किसी वर्ग की कोई चिंता नही है चाहे वो इस देश का किसान हो नवजवान हो ब्यापारी हो चाहे सीमा पर तैनात देश का सिपाही हो । आंकड़े अगर देखे जाए तो देश मे इससमय सबसे ज्यादा बेरोजगार नवजवान है बेरोजगारी अपने चरम पर है , पिछले छः वर्षो पे सीमा पर सबसे ज्यादा जवान शहीद हुए है।किसानों की आय 2022 तक दुगनी करने की बात करने वाली यह सरकार किसानों के खिलाफ संसद में ऐसा बिल लेके आयी जिससे इस देश का किसान सरकार से नाराज दिख रहा है पिछले 10 दिन से किसान आंदोलन कर रहा है न ही प्रधानमंत्री जी के पास वक्त है न ही गृहमंत्री जी के पास समय है कि उन किसानों से मिल सके और उनकी बात सुन सके उल्टा उनके खिलाफ शोसल मिडीया में भाजपा आई टी सेल द्वारा गलत प्रोपेगैंडा चलाया जा रहा है जो कि बहुत ही निंदनीय है ,अगर कांग्रेस पार्टी किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरती है तो जहाँ जहाँ भाजपा शासित सरकार है वहां उनकी आवाज दबाने का कार्य किया जा रहा है । इस सरकार ने आजतक जो भी फैसले लिए है उस हर फैसले से नुकसान आम जनमानस को ही हुआ है जैसे नोटबन्दी जीएसटी कॅरोना के खिलाफ लिए गए फैसले या अब किसान विरोधी बिल इससे नुकसान सिर्फ और सिर्फ जनता का ही हुआ है। आज रायबरेली में हमारे कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों को जिस तरह से गिरफ्तार किया गया वह बहुत ही निंदनीय है,किंतु हमारे हौसलों को यह दमनकारी सरकार तोड़ नही सकती जो भी फैसला देश विरोधी होगा उसका कांग्रेस पार्टी संसद से सड़क तक विरोध करेगी ।हम देश का बुरा नही होने देंगे ।किसानों के साथ सरकार को बात करनी ही होगी और जो उनकी मांगें है उनको सरकार को माननी ही होंगी। किसान हमारे देश की अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा है हम उनको नाराज नही कर सकते ।