सर्व सेवा संघ को बचाने के लिए सामजिक संगठनों ने की अपील

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  • दो दर्जन से अधिक संगठनों ने डीएम, मंडलायुक्त और रेलवे के उच्चाधिकारियों से मिलकर दिया ज्ञापन

  • सर्व सेवा संघ को जमींदोज होने से रोकने की की गयी अपील

वाराणसी। वाराणसी के दो दर्जन से अधिक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने बुधवार को जिलाधिकारी, मंडलायुक्त, अपर मंडलीय रेल प्रबंधक उत्तर रेलवे आदि से मिल कर सर्व सेवा संघ को विध्वंस से बचाने की गुहार की और अपील की कि भूमि के स्वामित्व के बारे में अपने प्रपत्र प्रस्तुत करने और अपने साक्ष्यों को सम्यक न्यायालय के समक्ष रखने के लिए कुछ समय देना आवश्यक है।

अतः कथित अतिक्रमण को हटाने की समयावधि को ३० जून से आगे बढाया जाय।
ज्ञातव्य है कि उत्तर रेलवे के अधिकारियों द्वारा मंगलवार को सर्व सेवा संघ परिसर राजघाट के लगभग दो दर्जन भवनों पर नोटिस लगा कर लोगों को सूचित किया था कि इसे 30 जून तक खाली कर दिया जाय. 1960 में स्थापित संस्था के परिसर में लगभग 30 परिवार रहते हैं जिनके समक्ष अत्यंत संकट आ गया है।

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने बताया कि जिला प्रशासन और रेलवे द्वारा इतने आनन फानन में कार्यवाही किया जाना न्यायोचित नहीं है . यह विनोबा जी और जय प्रकाश जैसे लोगों द्वारा गांधी दर्शन पर आधारित संस्था है जिस खिलाफ साजिशन कार्यवाही की जा रही है. पीड़ित पक्ष को अपना साक्ष्य उच्च अदालत में प्रस्तुत करने का समय देना चाहिए साथ ही मानवीय आधार पर परिसर में रहने वाले परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए इसके बाद ही यदि आवश्यक हो तो विध्वंस की कार्यवाही की जानी चाहिए।

प्रतिनिधिमंडल में डॉ आनंद प्रकाश तिवारी, वल्लभाचार्य पाण्डेय, पूनम, रंजू सिंह, डॉ अनूप श्रमिक, मनीष शर्मा, राम जनम, नंदलाल मास्टर, विनय शंकर, राय, डॉ इंदु पाण्डेय, डॉ मोहम्मद आरिफ, सौरभ सिंह, सच्चिदानंद ब्रह्मचारी, धनञ्जय, संजीव सिंह, मूसा आजमी, मिथिलेश दुबे, डॉ एस पी सिंह, जितेन्द्र कुमार, प्रेम प्रकाश आदि शामिल रहे।

राजकुमार गुप्ता

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