रायबरेली। जांच में गंभीर रोगों से ग्रसित शिशुओं को चिन्हित कर उन्हे जिला अस्पताल रेफर किया गया। उपजिलाधिकारी धीरज श्रीवास्तव द्वारा कैम्प का शुभारम्भ कराया गया।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें अति कुपोषित शिशुओं की जांच की गई। वर्तमान में सीएचसी में कुल 180 अति कुपोषित शिशु पंजीकृत हैं।
जिनमें से 123 शिशु ही अपनी माताओं के साथ सीएचसी पहुंचे। जिनकी वज़न लम्बाई आदि स्वास्थ्य संबंधी जांच की गई। जांच के दौरान तीन शिशु जन्मजात गंभीर रोगों से ग्रसित पाए गए जिन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
अलीपुर निवासी विजय कुमार की पुत्री अनन्या को जन्मजात हृदय रोग है, पारा कला निवासी रामकुमार की पुत्री दीपिका के जन्मजात होंठ कटे हुए हैं, पारा कला के ही कौशलेंद्र के बेटे अद्यांश जन्मजात मस्तिष्क रोग से पीड़ित पाए गए। अन्य कुपोषित शिशुओं को कैंप में निशुल्क दवा वितरण करते हुए परिजनों को आवश्यक सुझाव दिये गये।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी धीरज श्रीवास्तव, अधीक्षक डॉ राधाकृष्णन , डॉ मधु, डॉ शबीना खान, डॉ अनुज, आशाबहू, सुपरवाइजर आशा यादव, शिवाकांती वर्मा, उर्मिला सिंह के अलावा आंगनबाड़ी सुपरवाइजर व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां उपस्थित रही।
- अशोक यादव एडवोकेट