सिथौली स्प्रिंग कारखाना में निर्मित कवरऑल डॉक्टरों की अपेक्षा पर उतरा खरा

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कुलपहाड ( महोबा ) कोविड-19 से सबसे नजदीक की जंग मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर लड़ रहे हैं। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए इस वक्त सबसे महत्वपूर्ण और जरुरी चीज पर्सनल प्रोटेक्‍टिव (पीपीई) किट है । उत्तर मध्य रेलवे ने डीआरडीओ, ग्वालियर के पर पीपीई किट के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से कवर ऑल के उत्पादन की शुरुआत कर दी है ।

कवरऑल के उत्पादन के लिए जरूरी सामग्रियों की व्यवस्था पहले से ही कर ली गई थी। पीपीई के इस महत्वपूर्ण हिस्से का नमूना झांसी कारखाने और रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली (ग्वालियर) के संयुक्त प्रयासों से सफलतापूर्वक तैयार किया गया है । बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने से पहले कवरऑल के नमूनों को जांच के लिए डॉक्टर्स के पास भेजा गया. डॉक्टर्स द्वारा संरक्षा के लिहाज से परीक्षण करने के बाद कवरऑल को संतोषप्रद पाया । मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, झाँसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पीपीई के 2 नमूने रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली से जांच के लिए प्राप्त हुए थे, जिनका सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखते हुए परीक्षण किया गया । कवरऑल में इस्तेमाल किये गए कपड़े की गुणवत्ता, साइज, चैन, सिलाई इत्यादि को संतुष्टिजनक पाया गया है । डॉक्टर्स द्वारा अंतिम स्वीकृति मिलने के बाद अब उत्तर मध्य रेलवे ग्वालियर और झाँसी में पीपीई के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से कवरऑल का थोक उत्पादन करेगा, पहले चरण में 2000 कवरऑल बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस महत्वपूर्ण पीपीई आइटम की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इस संख्या और भी बढ़ाया जाएगा।

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