हटाए पटरे तो खुली पोल

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मंदाकिनी सफाई के काम को देखते नगर पंचायत के सीएमओ केपी सिंह व इंजीनियर।

वीवीआईपी देख मंदाकिनी नदी की सफाई में लगा नगर पंचायत

– कोरोना की डेल्टा लहर की तैयारी में लगा है पयस्वनी व सरयू का संगम

संदीप रिछारिया

धर्मक्षेत्र। पयस्वनी और सरयू नदी की जमीन को माफियाओं को सौंपने वाले नगर पंचायत के अधिकारियों को आखिर चित्रकूट में वीवीआईपी की आमद देखकर मंदाकिनी नदी की हालत पर तरस आ गया। अपनी कमियां छिपाने के लिए आनन फानन में आधा दर्जन मजदूर लगाकर घाट किनारे लगा मलवा साफ कराने का काम नगर पंचायत ने गुरूवार को शुरू किया। इस दौरान दिन भर मौके पर नगर पंचायत के सीएमओ केपी सिंह व इंजीनियर डटे रहे।

मालूम हो कि पिछले साल कोरोना पहली लहर के दौरान यूपी की तरफ लोगों ने मंदाकिनी की सफाई का काम शुरू किया तो प्रशासन को भी शर्म आई। डीएम ने बड़ी बडी बातों की डींग हांककर सिंचाई विभाग को काम पर लगाया तो लगभग एक लाख बोरियां नदी से निकाली गईं। एमपी के साइड में एक बड़ा काम यह हुआ कि सफाई के नाम पर राघव प्रयाग पर छोटे से पुल को तोड़ दिया गया। इसके बाद एमपी की तरफ सफाई का काम खत्म हो गया। पयस्वनी और सरयू के मंदाकिनी के साथ संगम स्थल पर भारी मात्रा में मलबा देखा जा सकता है।

अभी वीवीआईपी के आगमन के बाद नगर पंचायत को यह लगा कि कहीं संघ प्रमुख रामघाट आए और मप्र में नदी के घाट पर गंदगी देखकर उनका काम न लग जाए तो वह गुरूवार की सुबह से ही नदी के किनारे मजदूर लगाकर खुद डट गए और सफाई का काम करवाते दिखाई दिए।

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