हिमाचल असेंबली चुनाव में सोलन सीट पर कांग्रेस के धनीराम शांडिल्य को जीत मिली है। इसी कड़ी में सोलन जिले की सोलन विधानसभा सीट पर ससुर-दामाद में कांटे की टक्कर। यहां बीजेपी, कांग्रेस, आप और बीएसपी चुनाव लड़ रही है। यहां पर कांग्रेस के मौजूदा विधायक धनीराम शांडिल के सामने बीजेपी के राजेश कश्यप के अलावा आम आदमी पार्टी की अंजू के साथ ही बीएसपी के हरिंदर चुनाव मैदान में हैं।
बता दें कि सोलन सदर सीट पर भाजपा के डॉ. राजेश कश्यप का मुकाबला कांग्रेस के दो बार के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल से है। इन दोनों में ससुर-दामाद का रिश्ता है। और राजेश कश्यप साल 2017 में धनीराम के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं।
साल 2017 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सोलन विधानसभा सीट से कांग्रेस के धनीराम शांडिल ने बीजेपी कैंडीडेट राजेश कश्यप को 671 वोटों के अंतर से हराया था। इस चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार धनीराम को 26,200 मत मिले थे, जो कुल हुए मतदान का 48.16 फीसदी था। वहीं दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी कैंडीडेट राजेश कश्यप को 25,529 वोट मिले थे। जो पोल हुए कुल मतों का 46.9प्रतिशत था।
वर्ष 2012 में सोलन असेंबली सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार धनीराम शांडिल ने बीजेपी कैंडीडेट कुमारी शीला को 4,472 वोट से हराया था। इस चुनाव में कांग्रेसी उम्मीदवार धनीराम शांडिल को 24,250 मत मिले थे, जो कुल हुए मतदान का 49.91 फीसदी था। वहीं दूसरे नंबर पर रही बीजेपी कैंडीडेट को 19,778 वोट मिले थे। जो पोल हुए कुल मतों का 40.71 प्रतिशत था।
अब एक नज़र सोलन विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की मज़बूती पर..
सोलन विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की मज़बूती
बीजेपी कैंडीडेट राजेश कश्यप
बीजेपी के मज़बूत नेता हैं राजेश कश्यप
पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर थे राजेश कश्यप
सिटिंग एमएलए धनीराम के दामाद हैं राजेश
कांग्रेस प्रत्याशी धनीराम शांडिल
मौजूदा विधायक हैं धनीराम शांडिल
हैट्रिक की राह पर हैं धनीराम
स्थानीय आबादी में पॉपुलर हैं शांडिल
आप उम्मीदवार अंजू
सोशल वर्कर हैं अंजू
आप की जुझारू नेता हैं अंजू
अब बात करते हैं विधानसभा सीट के मतदाताओं की … यहां पर कुल वोटरों की संख्या 86,333है। जिनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 44,401 है। वहीं महिला वोटरों की तादाद 41,929 है। इसके साथ ही ट्रांसजेंडर समुदाय के 3 वोटर हैं।
विधानसभा सीट पर कुल मतदाता
कुल वोटर –86,333
पुरुष मतदाता –44,401
महिला मतदाता –41,929
ट्रांसजेंडर – 3
सोलन में पेयजल के साथ ही पार्किंग और सीवर की समस्या यहां का बड़ा चुनावी मुद्दा है। यहां पर सड़कें और अस्पतालों की हालत भी ठीक नहीं हैं। ये समस्याएं प्रत्याशियों के जीत और हार का अंतर कम कर सकती हैं।